रांची: झारखंड में हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बने 29 दिसम्बर को एक साल पूरा हो जाएगा। इस एक साल में सरकार अपनी उपलब्धियों को खंगाल रही है।
इसी क्रम में गठबंधन सरकार के सहयोगी दल कांग्रेस ने बुधवार को अपने विधायकों के साथ बैठक की।
बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस विधायक दल के नेता अलमगीर आलम ने की। बैठक में संगठन की ओर से पिछले एक साल में किए गए कार्यों को लेकर चर्चा की गई। विधायकों ने अपने क्षेत्र में किए गए कार्य को भी इस बैठक के दौरान रखा।
आलमगीर आलम ने कहा कि 29 दिसंबर को झारखंड सरकार का एक साल पूरा हो रहा है। ऐसे में सभी विभाग की समीक्षा भी हो चुकी हैं।
कहा कि मुख्यमंत्री ने 12 दिनों तक अपनी अध्यक्षता में सभी विभागों का लेखा-जोखा लिया है, जिले में डीएमएफटी फंड रिलीज नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव जल्द से जल्द हो इसको लेकर चर्चा की गई है। विधायक अपने क्षेत्र में क्या काम कर रहे हैं। नए साल में सरकार और संगठन नई सोच और ऊर्जा के साथ जनता और राज्य हित के लिए काम करेगी।
आलम ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल के वजह से 10 महीनों में विकास की जो गति कम हुई है, उसे तेज करने का प्रयास जारी है।
मेनिफेस्टों में जो वादे किए गए थे, उसके तहत किसानों के ऋण माफी की शुरुआत हो जाएगी। साथ ही जिन लोगों का राशन कार्ड नहीं है, वैसे 15 लाख लोगों को जोड़ने का काम किया गया है।
कोविड-19 की वजह से कार्य बाधित हुए हैं, लेकिन उन कार्यों को आगे बढ़ाने का काम किया गया है। वहीं कई बार पार्टी के विधायक दूसरे प्लेटफार्म पर कार्य नहीं होने की शिकायत करते हैं।
इसको लेकर विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत राय है, लेकिन सभी जानते हैं कि पार्टी के चार मंत्री अपने विभाग में बढ़िया काम कर रहे हैं और वह दिखाई भी दे रहा है, जिससे जनता भी खुश है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बावजूद नेताओं और मंत्रियों ने बेहतर काम किया है।
इसका लेखा-जोखा 29 दिसंबर को मुख्यमंत्री रखेंगे और कई नई सौगात भी देंगे।