- कांग्रेस पार्टी के कई राज्यों के नेता घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं और भी पहुंचेंगे
- कांग्रेस अध्यक्ष बोले, प्रधानमंत्री और रेल मंत्री से पूछने को कई सवाल, मगर अभी नहीं
- सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से राहत कार्य में हाथ बताने का किया अनुरोध
- कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी शोक जताते हुए कहा, यह बहुत बड़ी दुर्घटना
नई दिल्ली : Congress अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने शनिवार को ओडिशा (Odisha) के बालासोर ट्रेन दुर्घटना में कई यात्रियों की मौत पर शोक व्यक्त किया।
कहा कि पार्टी को प्रधानमंत्री और रेल मंत्री (Rail Minister) से पूछने के लिए कई सवाल हैं, लेकिन वे इंतजार कर सकते हैं, क्योंकि तात्कालिक काम बचाव और राहत का है।
एक बयान में, खड़गे ने कहा, ओडिशा में भयानक ट्रेन दुर्घटना (Train Accident) के कारण गंभीर राष्ट्रीय त्रासदी के इस क्षण में मैंने कांग्रेस पार्टी के पूरे संगठन को हर संभव और आवश्यक मदद देने का निर्देश दिया है।
खड़गे ने कहा कि विभिन्न राज्यों से कांग्रेस के कई नेता या तो पहले ही पहुंच चुके हैं या जल्द ही बालासोर पहुंचेंगे।
सोनिया गांधी ने जताया शोक
पार्टी नेता सोनिया गांधी ने भी बालासोर में यात्रियों की मौत पर शोक जताया। कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बयान में कहा, ओडिशा में भयानक ट्रेन हादसे से मैं सबसे ज्यादा दुखी और व्यथित हूं।
मैं सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी सहानुभूति और संवेदना व्यक्त करती हूं।
जयराम रमेश ने कहा
खड़गे के विचारों से सहमति जताते हुए कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने कहा, ओडिशा में रेल दुर्घटना वास्तव में भयावह है।
यह सबसे बड़ी पीड़ा का विषय है। इससे एक बार फिर स्पष्ट है कि रेल नेटवर्क में सुरक्षा क्यों सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। ऐसे कई वाजिब सवाल हैं जिन्हें उठाने की जरूरत है लेकिन उन्हें कल तक इंतजार करना चाहिए।
इस बीच, कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा नेता अधीर रंजन चौधरी और AICC प्रभारी ए. चेल्ला कुमार को स्थिति का जायजा लेने और कांग्रेस कार्यकर्ताओं और फ्रंटल संगठनों द्वारा किए जा रहे राहत प्रयासों की निगरानी करने के लिए तुरंत ओडिशा में दुर्घटनास्थल का दौरा करने के लिए नियुक्त किया है।
सत्ता में बैठे लोग उच्च स्तरीय जांच को प्रभावित न करें
इससे पहले AICC प्रभारी-प्रशासन और कांग्रेस अध्यक्ष कार्यालय के समन्वयक, गुरदीप सिंह सप्पल ने ट्वीट किया, ऐसे मामलों में इस्तीफे की उम्मीद न केवल नैतिक आधार पर की जाती है।
इस्तीफा यह सुनिश्चित करने का भी एक साधन है कि सत्ता में बैठे लोग और दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोग इस तरह की उच्च स्तरीय जांच को प्रभावित न करें।
यही कारण है कि कमांड चेन में शामिल अधिकारियों को निलंबित करने और मंत्री के इस्तीफा देने परंपरा रही है।