बेंगलुरु: कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी की नई पुस्तक को पूरी तरह पढ़े बगैर टिप्पणी करना सही नहीं है।
किताब में कई मुद्दों पर पार्टी की आलोचना की गई है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली और सलमान खुर्शीद ने कहा कि किताब पूरी पढ़ने के बाद ही वे इस पर कोई जवाब दे सकते हैं उन्होंने किताब के जारी अंशों के आधार पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
ज्ञात रहे कि किताब में प्रणब मुखर्जी ने 2014 में हार के लिए सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह को जिम्मेदार ठहराया था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा कि प्रणब मुखर्जी किताब का अभी तक विमोचन नहीं हुआ है।
यह समझना होगा कि उन्होंने किस संदर्भ में ये बातें लिखी हैं।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किताब पूरी तरह पढ़ने के बाद ही वह इस पर कोई राय जाहिर करेंगे।
प्रकाशक ‘रूपा बुक्स’ ने शुक्रवार को घोषणा की कि जनवरी 2021 में ‘‘द प्रेसीडेंशियल ईयर्स” का वैश्विक स्तर पर विमोचन किया जाएगा।
मुखर्जी ने पार्टी नेताओं के इन विचारों का जोरदार खंडन किया है कि अगर वह 2004 में प्रधानमंत्री बनते तो 2014 के लोकसभा चुनावों में पार्टी हार को टाल देती।