नई दिल्ली: कांग्रेस ने पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों के मद्देनजर अपने वरिष्ठ नेताओं को वहां समन्वय के लिए भेजा है।
गौरतलब है कि पांच राज्यों गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में गुरुवार को वोटों की गिनती की जानी है।
पार्टी को गोवा और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में जीत की उम्मीद है, इसलिए वह कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहती और हर स्थिति से रणनीतिक स्तर पर निपटने की तैयारी कर रही है।
उसने वरिष्ठ नेताओं के दल इन दोनों राज्यों में पर्यवेक्षक बनाकर भेजे हैं। इन राज्यों के सभी मतगणना केंद्रों पर मतगणना का काम सुबह आठ बजे से शुरू होगा।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदम्बरम को गोवा की राजधानी पणजी भेजा है।
श्री चिदम्बरम ने पणजी पहुंचने के बाद पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस को गोवा विधानसभा में स्पष्ट बहुमत मिल रहा है।
पार्टी ने वरिष्ठ नेता डी. के. शिवकुमार को गोवा के लिए विशेष पर्यवेक्षक बनाया है। पिछले विधानसभा चुनाव में अपने तत्कालीन प्रदेश प्रभारी दिग्विजय सिंह के लचर रुख के कारण कांग्रेस वहां सरकार बनाने से चूक गई थी,
इसलिए पार्टी इस बार चूकना नहीं चाहती है। पार्टी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह बघेल को उत्तराखंड भेजा है जहां 70 विधानसभा सीटों पर पड़े वोटों की गिनती भी कल ही होनी है।
पार्टी ने राज्य के सभी 13 जिलों में मतदान के दौरान उम्मीदवारों के साथ समन्वय के लिए पर्यवेक्षक भेजे हैं।
युवा नेता तथा राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा को भी पार्टी ने उत्तराखंड भेजा है और त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में श्री बघेल के साथ रणनीति बनाने को कहा गया है।
कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता एवं छत्तीसगढ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव तथा विन्सेंट पाला को मणिपुर का पर्यवेक्षक बनाया है।
पार्टी ने वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक को मणिपुर विधानसभा चुनाव परिणाम की स्थिति पर नजर रखने के लिए इम्फाल भेजा है।
पार्टी ने अपने महासचिव अजय माकन तथा प्रवक्ता पवन खेड़ा को पंजाब का विशेष पर्यवेक्षक बनाकर भेजा है और दोनों नेता चंडीगढ़ से स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
राज्य विधानसभा के परिणाम त्रिशंकु होने की स्थिति में दोनों वरिष्ठ नेताओं को रणनीति पर विचार वमर्श करने को कहा गया है।
उत्तर प्रदेश में पार्टी की कमान पूरी तरह से कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा संभाले हुए हैं।
श्रीमती वाड्रा अपने हिसाब से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में काम कर रही हैं। उन्होंने वहां ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ जैसे नारे के साथ महिलाओं में कांग्रेस के लिए विशेष विश्वास पैदा करने का अभियान छेड़ा है और राज्य विधानसभा चुनाव में 40 फीसदी महिलाओं को टिकट दिये हैं।