नई दिल्ली: हरियाणा के रेवाड़ी में रविवार की शाम किसानों को बैरिकेड्स तोड़ने से रोकने के लिए पुलिस द्वारा बल प्रयोग किए जाने के बाद कांग्रेस ने राज्य की हरियाणा सरकार पर निशाना साधा है।
रेवाड़ी में प्रशासन ने कहा कि संगवारी चौक पर प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ दिए और गुरुग्राम और दिल्ली की ओर कूच करने की कोशिश की, जिसके बाद उन्हें रोकने और तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले और जलतोप (वाटर कैनन) का इस्तेमाल करना पड़ा।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, सरकार जहां एक तरफ किसानों को बातचीत के लिए बुला रही है, वहीं दूसरी तरफ इस ठंड में किसानों पर पानी की बौछार और आंसूगैस के गोले छोड़ रही है।
सरकार के अड़ियल रुख के चलते अब तक लगभग 60 किसानों ने अपनी जान गंवा दी है।
किसान कैसे इस क्रूर सरकार पर विश्वास करे।
कांग्रेस के एक अन्य नेता जयवीर शेरगिल ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, किसान भाजपा मंत्रियों को लंगर खिलाते हैं और बदले में भाजपा किसानों पर लाठियां/आंसूगैस बरसाती है।
इससे पता चलता है कि किसानों और सरकार के बीच लड़ाई महात्मा गांधी और गोडसे के बीच लड़ाई जैसी है — भारत के लोगों और इंस्ट इंडिया कंपनी के बीच जैसी।
उम्मीद है कि भाजपा को अपने पाप का अहसास होगा और आज वह कानून वापस लेगी..।
पूर्व वित्तमंत्री पी.चिदंबरम ने तमिल कवि तिरुवल्लुवर का हवाला देते हुए कहा, मेरे पसंदीदा कवि संत तिरुवल्लुवर ने 2,000 साल पहले लिखा था कि अगर किसान अपने हाथ जोड़ ले, तो सब कुछ त्याग करने वाला व्यक्ति भी जीवित नहीं रह सकता।
उन्होंने कहा, यही आज की सच्चाई है। कोई भी सरकार किसानों के क्रोध का सामना नहीं कर सकती, जो जानते हैं कि उन्हें धोखा दिया जा रहा है।
तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर सोमवार को किसानों ने अपना रुख सख्त कर लिया है।