पणजी: उत्तर गोवा के मेलौलिम गांव में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) परिसर के प्रस्तावित निर्माण को लेकर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे के बीच मतभेद के एक दिन बाद विपक्षी कांग्रेस ने बुधवार को घोषणा कर कहा कि विवादास्पद स्थल पर तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडानकर के अनुसार, तिरंगा यात्रा 17 जनवरी को निकाली जाएगी और मेलौलिम गांव और आसपास के गांवों में विरोध कर रहे ग्रामीणों के प्रति एकजुटता व्यक्त की जाएगी।
चोडानकर ने कहा, मेलौलिम के ग्रामीणों को शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक विरोध का जवाब पुलिस कार्रवाई, यातना और उत्पीड़न से मिला है।
यात्रा के माध्यम से हम बताना चाहते हैं कि गोवा के बाकी लोग उनके साथ हैं। तिरंगा शांति, समानता और भाईचारे का प्रतीक है।
2014 में केंद्र सरकार ने गोवा को आईआईटी आवंटित किया था, उसके बाद से यह संस्थान गोवा के फार्मागुडी गांव में गोवा इंजीनियरिंग कॉलेज में अस्थायी परिसर से संचालित हो रहा है।
मेलौलिम के ग्रामीणों ने दावा किया कि गोवा सरकार ने आईआईटी के निर्माण के लिए जबरन उन्हें उनकी जमीन से बेदखल कर दिया है। ग्रामीणों में कुछ आदिवासी भी शामिल हैं।
गोवा के स्वास्थ्य मंत्री और स्थानीय विधायक विश्वजीत राणे ने आईआईटी परिसर परियोजना का पिछले सप्ताह विरोध किया था, जिसके बाद प्रदर्शन ने एक हिंसक रूप ले लिया था।