नई दिल्ली: कांग्रेस डिजिटल इंडिया में अपने विरोधी को डिजिटली घेरने की योजना बना रही है।
इसके लिए पार्टी पांच लाख वेब वॉरियर्स की सेना तैयार करने जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू करने वाली है। पिछले कुछ समय से कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार को घेरने की कवायद में जुटी हुई है।
अभी कांग्रेस की प्राथमिकताओं की सूची में सबसे ऊपर किसानों का मुद्दा ही है।
चाहे कांग्रेस की उत्तर भारत की कोई भी प्रदेश इकाई के सोशल मीडिया अकाउंट को उठाकर देख लीजिए वहां पर आपको किसानों के समर्थन में ट्वीट दिखाते और सरकार पर नए किसान कानूनों को वापस लिए जाने का दबाव बनाते हुए भी पार्टी दिखाती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली कांग्रेस जल्द ही अभियान की शुरुआत करने वाली है।
अभियान का नाम होगा, कांग्रेस के सोशल मीडिया’ से जुड़िए। पार्टी अभियान को देशभर में चलाकर पांच लाख वेब वॉरियर्स की एक सेना तैयार करेगी।
या यूं समझ लीजिए की पार्टी उन पांच लाख लोगों की भर्ती करेगी जो सोशल मीडिया के जरिए पार्टी की छवि को बेहतर करने का हुनर रखते हों।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर 50,000 पदाधिकारियों की नियुक्ति करेगा और अन्य 4.5 लाख व्यक्ति कांग्रेस कार्यकर्ताओं का नेटवर्क बनाएंगे।
कोरोना महामारी के बाद करीब-करीब हर किसी के काम करने का तरीका बदल चुका है और पार्टी को भी यह समझ में आ गया है कि सोशल मीडिया पर अपनी आवाज को बुलंद करना पड़ेगा।
लॉकडाउन के दौरान यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, जूम इत्यादि का इस्तेमाल जिस तरह से बढ़ा है उसने कांग्रेस पार्टी को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है।
10 महीने के लंबे अनुभव ने कांग्रेस नेतृत्व को कुछ हद तक राहत तो जरूर दी है।
क्योंकि भाजपा के सामने कमजोर सोशल मीडिया के होने के बावजूद पार्टी ने ‘स्पीक अप अभियान’ के जरिए अपनी मौजूदगी जाहिर की और अपने संदेशों को लोगों तक पहुंचाया।