रांची: राजधानी रांची में रेमडिसीविर की कालाबाजारी जोरों पर है कई लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। लेकिन लगातार कोरोना से हो रही मौत देखकर देशभर में हर घर में हर एक परिवार परेशान है।
आखिर परिवार क्या करे जब उसके घर परिवार में किसी को कोरोना हो जाये।
ऐसे में हमेशा परिवार वाले अपनों की जान बचाने के लिए हर तरह से पैसे देने को तैयार रहते हैं।
नवाब चिश्ती का कहना है की इसी तरह के एक मामले में ग्रामीण एसपी ने किसी की मदद करने के लिए इंजेक्शन उस परिवार को दिलवा दिया। उन्होंने किसी की मदद करने की नियत से उससे वो इंजेक्शन लिया।
लेकिन इस तरह अगर अच्छे लोगों के खिलाफ साजिश होती रही तो फिर किसी की कोई मदद भी नही करेगा, शहर में अच्छे लोगों की कमी होगी और लोग किसी की मदद करने से डरने लगेंगे।
उन्होंने ये भी कहा की नौशाद आलम जब से ग्रामीण एसपी बनाए गए हैं भू माफियाओं और अपराधियों पर नकेल कसने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
कई घटनाओं का उद्भेदन उन्होंने किया है, कई बड़े मामले में उन्होंने लोगों को इंसाफ दिलाया है।
नवाब चिश्ती चाहते हैं की निष्पक्ष रुप से ग्रामीण एसपी नौशाद साहब को काम करने दें, और इस मामले में जो गुनहगार है उसे कड़ी से कड़ी सजा मिले।
अब आगे क्या…
अब आगे क्या होगा कोई नही जनता, मदद करने वाले नेक इंसान को या तो उन्हें सस्पेंड किया जायेगा या रांची से तबादला।
लेकिन उससे क्या होगा लोगों का भरोसा कम होगा और आगे से न कोई पुलिसवाला न कोई आम जनता इस कोरोना काल में किसी की इस तरह से मदद को आगे आएंगे।
लोग डरेंगे की कहीं उनके साथ भी ऐसा न हो। ग्रामीण एसपी के साथ नाइंसाफी नहीं होनी चाहिए, इस मामले में सरकार और प्रशासन को अच्छे से मामले की तह तक जांच करना चाहिए जिससे किसी का मदद करने वाले किसी के साथ इंसाफ करने वालों के साथ नाइंसाफी न हो।