रांची: झारखंड में हेमंत सरकार को एक बार फिर अस्थिर करने की कोशिश का मामला सामने आया है।
कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त में असफल हो जाने के बाद अब झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के विधायकों को टारगेट किया जा रहा है। इस संबंध में झामुमो के घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन ने रांची के धुर्वा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
इस मामले की जांच हटिया एएसपी विनीत कुमार कर रहे है। विनीत कुमार ने मंगलवार को बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।
विधायक रामदास सोरेन ने आरोप लगाते हुए कहा कि झामुमो के पूर्व कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल और अशोक अग्रवाल उनके आवास पर आए थे।
जहां दोनों ने झामुमो के अन्य विधायकों का नाम लेकर उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए प्रलोभन दिया, फिर कहा कि वे नई पार्टी बनाकर भाजपा के साथ सरकार बनाएंगे।
रामदास ने कहा कि इस घटना से पूर्व भी रवि केजरीवाल ने दो-तीन बार उन्हें मोबाइल पर भी संपर्क किया था।
इसके अलावा रवि केजरीवाल ने उन्हें यह भी प्रलोभन दिया था कि उन्हें पैसे के साथ मंत्रीपद भी दिया जाएगा। यह भी कहा कि सरकार गिराने के लिए वे कितना पैसा लेंगे उन्हें बताएं।
उल्लेखनीय है कि सरकार के खिलाफ साजिश रचने की जानकारी पर रांची के बड़े होटलों में स्पेशल ब्रांच की टीम की ओर से छापेमारी की गई थी।
मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। रांची के कोतवाली थाना में अभिषेक दुबे ,अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर की गयी थी।
आईपीसी की धारा 419,420 124ए, 120 बी, 34 और पीआर एक्ट की धारा 171 के साथ पीसी एक्ट की धारा 8/9 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।
आरोपों के मुताबिक झारखंड की मौजूदा सरकार के खिलाफ कुछ लोग काम कर रहे थे। इसी सूचना पर पुलिस टीम ने बड़े होटलों में छापेमारी की थी।
सरकार को गिराने की साजिश रचने के मामले में बीते 22 जुलाई को कोतवाली थाने में बेरमो विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस मामले की जांच अब भी जारी है। दूसरी ओर एक नया मामला सामने आया है।