इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के साथ लंदन जाकर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ बैठक करना पाकिस्तान में विवाद का विषय बन गया है।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान सहित पाकिस्तानी विश्लेषकों ने नवाज शरीफ पर लंदन में बैठकर रिमोट कंट्रोल से सरकार चलाने का आरोप लगाया है।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बड़े भाई व पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने लंदन में सरकार व संगठन की उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।
शहबाज अपनी सरकार के दस मंत्रियों व अपनी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन) के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ लंदन पहुंच गए हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी यह आरोप लगाया है
पाकिस्तान में इस यात्रा पर सवाल न उठें, इसलिए इसे प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की निजी यात्रा करार दिया जा रहा है।
सरकार की तरफ से कहा गया है कि शहबाज शरीफ के नेतृत्व में लंदन गया प्रतिनिधिमंडल वहां पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से देश के अंदर चल रही राजनीतिक घटनाओं पर चर्चा करेगा।
शहबाज शरीफ की तमाम कोशिशों के बावजूद इस यात्रा को लेकर विवाद के सुर सामने आ रहे हैं। पाकिस्तान के राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इससे सरकार विरोधी समूहों के इस आरोप को बल मिलेगा कि नवाज शरीफ लंदन में बैठ कर रिमोट कंट्रोल से पाकिस्तान का शासन चला रहे हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी यह आरोप लगाया है। उन्होंने झेलम में एक विशाल जनसभा में शहबाज की लंदन यात्रा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पूरा मंत्रिमंडल जनता के खर्च पर एक भ्रष्ट और सजायाफ्ता व्यक्ति से मिलने लंदन गया है।