New Variant of Covid : कुछ सालों पहले जब कोरोना (Corona) आया था उस दौरान उसने लोगों के घर की आर्थिक स्तिथि के साथ पुरे देश के GDP को गिरा दिया था।
कई लोगों ने अपने परिजनों को खोया, नौकरी खोई और कई को तो अकेलेपन का सामना करना पड़ा था।
लोगों ने अपने अपने तरह से इससे निपटने का रास्ता निकाल लिया था। और कुछ सालों बाद सब कुछ ठीक होने लगा।
लेकिन अब दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट्स के मामले (Variants Cases) तेजी से बढ़ते हुए रिपोर्ट किए जा रहे हैं।
हाल ही में Omicron के दो नए वैरिएंट एरिस और BA.2.86 के मामले देखे गए हैं, अध्ययनों में इनकी संक्रामकता दर अधिक बताई जा रही है।
इसके अलावा नए वैरिएंट्स में अतिरिक्त म्यूटेशनों (Mutation) के बारे में भी पता चला है जो इसे आसानी से शरीर में बनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को चकमा देने में सफल कर रही है।
अभी तक का सबसे ताकतवर वैरिएंट
नए BA.2.86 स्ट्रेन में 30 से अधिक म्यूटेशन (Mutation) देखे गए हैं, जो इसे पहले के वैरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामकता वाला बनाते हैं।
अतिरिक्त म्यूटेशन के कारण वायरस की प्रकृति पहले के Variants की तुलना में अलग प्रकार की हो सकती है।
दुनियाभर की स्वास्थ्य एजेंसियां (Health Agencies) BA.2.86 की प्रकृति को बेहतर तरीके से समझने के लिए काम कर रही हैं।
सीडीसी विशेषज्ञ का कहना है…
CDC विशेषज्ञों ने बताया, हम यह समझने के लिए प्रयास कर रहे हैं कि नए Variants पहले की तुलना में कितने संक्रामक हो सकते हैं, यह उपचार के प्रति कितनी अच्छी प्रतिक्रिया देता है और यह लोगों को कितनी गंभीर रूप से प्रभावित करता है?
प्रारंभिक स्तर पर जोखिमों के मूल्यांकन में कहा गया है, BA.2.86 उन लोगों में भी संक्रमण पैदा कर सकता है जिन्हें पहले कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है या फिर जो पहले से संक्रमण के बाद शरीर में रोग प्रतिरोधक (Body’s Immunity) क्षमता विकसित किए हुए हैं।
बढ़ रहे हैं COVID के केस
अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या सितंबर के मध्य तक बढ़ती रह सकती है। वर्तमान में, प्रतिदिन लगभग 1,800 लोग COVID-19 के साथ अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ (Health Specialist) कहते हैं, कोरोना के नए वैरिएंट्स के कारण गंभीर रोग विकसित होने का खतरा तो नहीं देखा जा रहा है, लेकिन अस्पतालों में बढ़ती लोगों की भीड़ स्वास्थ्य जोखिमों को बढ़ाने वाली जरूर हो सकती है।
संक्रमण के मामलों के बढ़ने के साथ Variants में Mutationऔर नए Variants के सामने आने का जोखिम भी अधिक हो सकता है।
अतिरिक्त म्यूटेशन डराने वाला है
BA.2.86 के सबसे पहले पता लगाने वाले University of Michigan के वायरोलॉजिस्ट एडम लॉरिंग (Virologist Adam Loring) कहते हैं, नया वैरिएंट ओमिक्रॉन का ही एक रूप है, ऐसे में इसके कारण अब तक की प्रकृति में विशेष बदलाव की आशंका फिलहाल कम है लेकिन इसमें देखे जा रहे अतिरिक्त म्यूटेशन जोखिमों को जरूर बढ़ाने वाले हो सकते हैं, जिसको लेकर सभी लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है।
लॉरिंग (Lauring) कहते है, इसके कारण Omicron जैसी लहर की भी आशंका कम है पर किसी भी दावे के लिए हमें पहले इस वैरिएंट के बारे में और विस्तार से समझने की आवश्यकता है।