नई दिल्ली: ज्यादा समय नहीं हुआ, जब देशभर में कोरोना के मामले केवल 8 हजार से 9 हजार तक सिमटकर रह गए थे।
हालांकि, मार्च शुरू होते ही कोरोना वायरस के नए मामलों ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है और स्थिति लगभग बीते साल जैसी ही हो गई है।
हालात यह हैं कि भारत में रोजाना आने वाले कोरोना के नए मामलों की संख्या 26 हजार को फिर से पार कर गई है। स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 मार्च को मुख्यमंत्रियों संग बैठक बुलाई है।
वहीं महाराष्ट्र में दिन-ब-दिन बिगड़ते हालात के बाद यहां एक बार फिर से सख्स पाबंदियां लगाए जाने की घोषणा की गई है।
कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है तो कुछ राज्य कर्फ्यू पर विचार कर रहे हैं। कोरोना के नए मामलों की रफ्तार ने सरकार की चिंता फिर बढ़ा दी है।
पीएम की यह बैठक वर्चुअल होगी और दोपहर साढ़े बारह बजे से शुरू होगी। इस बैठक में पीएम कोरोना के बढ़ रहे मामलों के साथ-साथ टीकाकरण की रफ्तार की भी समीक्षा कर सकते हैं।
महाराष्ट्र में सिनेमा हॉल, रेस्तरां, स्वास्थ्य और आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी कार्यालय 31 मार्च तक आधी क्षमता के साथ काम करेंगे।
महाराष्ट्र सरकार ने आदेश में कहा है कि जो भी कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन करते हुए पाए गए, उन्हें तब तक सील कर दिया जाएगा, जब तक कोरोना केंद्रीय सरकार द्वारा एक आपदा के रूप में अधिसूचित नहीं रहती।
इन प्रतिष्ठानों में किसी को भी बिना मास्क या तापमान की जांच किए बगैर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
सिनेमा हॉल, होटल, ऑफिस यह सुनिश्चित करेंगे कि आगंतुकों के मास्क पहनने के नियम और सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम लागू करने की खातिर उनके पास पर्याप्त कर्मी हैं।
ये पाबंदियां शॉपिंग मॉल पर भी लागू होंगी। जहां तक संभव हो कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहा जाए। विवाह समारोह में 50 से अधिक लोगों को अनुमति नहीं होगी।
अंतिम संस्कार में 20 से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। देश में बढ़ रहे कोरोना के बाद अब पंजाब ने अपने 8 जिलों लुधियाना, पटियाला, मोहाली, फतेहगढ़ साहिब, जालंधर, नवांशहर, कपूरथला और होशियारपुर में रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है।
सरकारी और निजी स्कूलों में सभी कक्षाओं के लिए “तैयारी के लिए छुट्टी” घोषित कर दी है। मध्यप्रदेश सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा कि प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लगाया जा सकता है।
कर्फ्यू के विचार से पहले मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देख चिंतित मुख्यमंत्री ने दिशा-निर्देश जारी किए थे।
इसके तहत भोपाल, इंदौर सहित महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों में सभी प्रकार के कार्यक्रमों में हाल की क्षमता से 50 फीसद लोग ही शामिल हो सकेंगे।
मास्क नहीं पहनने वालों पर भी सख्ती की जाएगी। ग्राहक बिना मास्क के आए तो प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की जाएगी। कार्यक्रमों में 200 से ज्यादा लोगों के शामिल होने पर रोक लगा दी गई।