नई दिल्ली: भारत में बीते 26 दिनों में 74 लाख से अधिक लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई है। ऐसा करने वाला वह दुनिया का पहला देश बन गया है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने महत्वपूर्ण उपलब्धि की घोषणा करते हुए कहा अमेरिका और ब्रिटेन को इस आंकड़े तक पहुंचने के लिए क्रमशः 27 और 48 दिन लग गए थे।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याणा मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत 11 फरवरी तक 74 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
भारतीय राज्यों उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान में पिछले 27 दिनों में सबसे ज्यादा टीकाकरण किया गया हैं।
जनवरी की शुरुआत में, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया (डीसीजीआई) ने कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड को अनुमति दी थी, जिसे एस्ट्राज़ेनेका व ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित और पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया द्वारा निर्मित किया गया था।
इसने भारत बायोटेक द्वारा विकसित एक वैक्सीन कोवाक्सिन को भी आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी थी, जिसका उपयोग कुछ परिस्थितियों में किया गया था क्योंकि यह टीका अभी भी चरण 3 के परीक्षण के दौर से गुजर रहा है।
भारत ने क्रियाविधि को समझने और सामने आ सकने वाले संभावित मुद्दों की पहचान करने के लिए देश भर में दो ड्राय रन आयोजित करने के बाद 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान को शुरू किया था।
लक्ष्य था कि इसके पहले चरण में पंजीकृत हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण हो जाए।
वरिष्ठ डॉक्टरों ने टीकाकरण के प्रति किसी भी झिझक को दूर करने के लिए कोविड-19 वैक्सीन लिया।
दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के लिए तकनीकी मुद्दों को प्राथमिकता पर हल किया गया।
74 लाख टीकाकरणों में से करीब 58 लाख हेल्थ वर्कर्स और 16 लाख से अधिक फ्रंटलाइन वर्कर्स थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने अपने कुल पंजीकृत स्वास्थ्य कर्मियों में से 65 प्रतिशत से अधिक टीकाकरण कर लिया है और इसमें सबसे आगे बिहार राज्य है जहां अब तक पंजीकृत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में से 79 फीसदी का टीकाकरण हो चुका है।
भारत अब हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक देने के लिए तैयार है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जिन लोगों को 16 जनवरी को कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक मिली थी, उन्हें शनिवार से अपनी दूसरी और आखिरी खुराक मिलनी शुरू हो जाएगी।