नई दिल्ली: जैसे-जैसे कोरोना वैक्सीन की मांग बढ़ रही है, इसका उत्पादन भी बढ़ रहा है। उत्पादन बढ़ने से इसकी कीमत भी घट गई है।
तभी सरकार ने फेज 2 के लिए जो कोविशील्ड का आर्डर किया है, उसमें एक शॉट का दाम 150 रुपये पड़ा है।
इस पर अगले से 5 फीसदी जीएसटी देना होगा। मतलब वैक्सीन की शॉट की कुल कीमत 157.50 रुपये पड़ेगी।
इससे पहले बीते जनवरी में जो आर्डर दिया गया था, उसमें वैक्सीन के एक शॉट की कीमत 210 रुपये पड़ी थी।
कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे फेज में वैक्सीन डोज का आर्डर बढ़ गया है। इसका फायदा मिला है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि टीकाकरण के दूसरे फेज के लिए जो आर्डर प्लेस किया गया है, उसमें कीमतों का फायदा मिला है।
पुणे के सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया ने फेज के लिए एक शॉट की सप्लाई 150 रुपये में देने पर सहमत हुआ है।
इसमें पांच फीसदी की दर से जीएसटी भी लगेगा। मतलब वैक्सीन के एक शॉट की कीमत 157.50 रुपये पड़ेगी।
यह कीमत दुनिया में न्यूनतम बताया जा रहा है।
हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इस फेज में कितने शॉट के लिए आर्डर दिया गया है।
दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के लिए बीते जनवरी में ही पहले फेज का आर्डर जारी किया गया था।
उस समय सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक से छह करोड़ खुराक खरीदने का ऑर्डर जारी किया था।
पहले चरण में देश के तीन करोड़ कोरोना योद्धाओं को टीका लगाया जा रहा है।
उसके बाद वरिष्ठ नागरिकों को वैक्सीन लगाया जा रहा है। इस चरण के लिए सरकार को 1300 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इस चरण में सीरम से खरीदे जाने वाले प्रत्येक टीके की कीमत जीएसटी समेत 210 रुपये थी।
इसके अलावा भारत बायोटेक से पहली खेप में खरीदे जाने वाले 55 लाख कोवाक्सिन टीके के लिए 162 करोड़ रुपये चुकाए गए थे।