नई दिल्ली: कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुएकेंद्रीय गृह मंत्रालय ने अप्रैल महीने के लिए गाइडलाइन जारी किया है।
इस गाइडलाइन में मुख्य रूप से टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की रणनीति पर काम करने पर जोर दिया गया है।
साथ ही टीकाकरण अभियान पर फोकस अधिक रखने के लिए कहा गया है। जिन भी राज्यों में आरपीसीआर टेस्ट का आंकड़ा कम है इसे बढ़ाये जाने की सलाह दी गई है।
गाइडलाइन में कहा गया है कि जब नए कोरोना केस का पता चले तो उसका समय पर इलाज हो और उसपर नजर रखी जाए। कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग के जरिए सभी संपर्क में आने वाले लोगों को क्वारंटीन की जाए।
कंटेनमेंट जोन की जानकारी जिला कलेक्टर वेबसाइट पर डालें और इस लिस्ट को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से साझा करें।
गाइडलाइन में मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कराने के लिए उचित जुर्माने की भी बात कही गई है।
यह भी साफ किया गया है कि इंटर स्टेट और इंट्रा स्टेट (दूसरे राज्य में जाने) को लेकर पाबंदियां नहीं लगाई जाए।
जिन राज्यों में टीकाकरण की रफ्तार धीमी है उसको लेकर गाइडलाइन में चिंता जताई गई है। राज्यों से कहा गया है कि टीकाकरण में तेजी लाएं। कोरोना के चेन को तोड़ने के लिए यह जरूरी है।
महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और तमिलनाडु में तेजी से कोरोना के मामले बढ़े हैं। देश में पिछले 24 घंटो में सामने आए नए संक्रमण के मामलों में से 81% मामले सिर्फ इन 6 राज्यों से हैं।
आज कोरोना के 40,715 नए मामलों की पुष्टि हुई है।
अब तक देश में 1,16,86,796 लोग संक्रमित हुए हैं। केंन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आज सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में 199 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,60,166 हो गई।