नई दिल्ली: कोरोना कहर के बीच जांच की रफ्तार और तेज होने वाली है। अमेरिका की विशिष्ट रैपिड टेस्टिंग किट बड़ी संख्या में भारत पहुंचने से कोविड जांच में मदद की उम्मीद जताई जा रही है।
अमेरिका ने दस लाख रैपिड टेस्टिंग किट भारत भेजी है।
इनमें से साढ़े छह लाख आईसीएमआर को दी गई है। सफदरजंग को भी किट उपलब्ध कराई गई है।
आईसीएमआर किट अन्य संस्थानों और जरूरत वाली जगहों पर उपलब्ध कराएगा।
सूत्रों ने कहा कि एबट कंपनी की ये किट पंद्रह मिनट में सटीक कोविड परीक्षण का परिणाम देती है।
यानी चंद मिनट में ही पता चल जाता है कोविड है या नहीं। इसका इस्तेमाल अमेरिका में व्हाइट हाउस और शीर्ष राजनीतिक लोगों के लिए भी किया गया है।
सूत्रों ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी, रेमडेसिविर की भारी मांग के अलावा कोविड टेस्टिंग किट उपलब्ध कराने की मांग भी भारत की ओर से अमेरिका से की गई थी।
सूत्रों ने कहा कि भारत मे कोविड जांच को लेकर काफी दबाव है। लगातार बढ़ती मांग के अनुपात में टेस्टिंग लैब की क्षमता नाकाफी साबित हुई है।
इसकी वजह से ही टेस्टिंग को लेकर नई गाइडलाइन जारी करनी पड़ी। फिलहाल दस लाख टेस्टिंग किट अमेरिका से आई हैं।
सूत्रों का कहना है कि कोशिश है कि अगले कुछ दिनों में टेस्टिंग को लेकर भी दबाव कम हो और कम से कम चिकित्सा संस्थानों के पास इस तरह की किट उपलब्ध हो।
भारत भेजे जा रहे उपकरणों और चुनौती के मद्देनजर जरूरी चिकित्सा प्रोटोकॉल को लेकर भारत और अमेरिका के विशेषज्ञ भी लगातार संपर्क में हैं।
अमेरिका ने एक लाख 25 हजार वायल रेमडेसिविर भी भारत भेजी है।
इसके अलावा 1500 ऑक्सीजन सिलेंडर और 550 मोबाइल ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर अमेरिका से आए हैं।
एक बड़ा ऑक्सीजन कंस्ट्रेशन सिस्टम भी उपलब्ध कराया गया है, जो एक ही समय मे 20 या ज्यादा मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा सकता है।