नई दिल्ली: दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को पुलिस से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ सिख समुदाय और किसान प्रदर्शन को ट्वीट के माध्यम से कथित रूप से बदनाम करने के मामले में की गई कार्रवाई के बारे में पूछा और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की शिकायत पर संज्ञान लिया।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने अदालत से गुहार लगाई थी कि दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया जाए कि वह रनौत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करे।
सिरसा ने कहा कि अभिनेत्री ने सिख समुदाय और प्रदर्शन कर रहे किसानों की छवि को खराब किया है।
साथ ही खराब इरादे से समुदाय के खिलाफ घृणा पैदा करने की कोशिश की है, जो कि राष्ट्रीय अखंडता के लिए लिए हानिकारक है।
आवेदन के अनुसार, कंगना ने अपने ट्विटर हैंडल पर बेहद अपमानजनक ट्वीट किया।
उन्होंने प्रदर्शन कर रहे किसानों की खालिस्तानी आतंकवादियों से तुलना की।
सिरसा ने उनके ट्वीट का उल्लेख करते हुए कहा, क्या शाहीन बाग बिरयानी गैंग और खालिस्तानी आतंकवादी बता सकते हैं कि बिल के बारे में उनकी समस्या क्या है।
सीएए के समय में भी सरकार की ओर से कहा गया था कि कोई भी नागरिकता नहीं खोएगा, फिर भी उन्होंने दंगा किया और सैकड़ों लोग मारे गए।
शिकायतकर्ता ने कहा कि ट्वीट भारत की शांति, एकता और अखंडता के लिए एक गंभीर खतरा है।