रांची: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 26 फरवरी से शुरू होगा। सत्र में कोविड-19 गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना होगा।
बजट सत्र में हिस्सा लेने के पहले पक्ष-विपक्ष के सभी सदस्यों, पदाधिकारियों-अधिकारियों और पत्रकारों को कोरोना जांच कराना अनिवार्य होगा।
विधानसभा के सचिव महेंद्र प्रसाद ने मंगलवार को इस संबंध में राज्य मंत्रिमंडल और सभी सदस्यों को पत्र लिखा है। पत्र में आग्रह किया गया है कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 को लेकर जारी किये गये दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे।
सभी सदस्यों से उम्मीद जतायी गयी है कि वे अपना कोविड-19 जांच सत्र आरंभ होने की तिथि से 72 घंटे पहले करा लेंगे।
वहीं, विधानसभा के प्रवेश द्वार पर सेनेटाइजेशन की भी व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा सभी सदस्य सत्रावधि में केवल अपने निजी सहायक को ही विधानसभा के आंतरिक परिसर में लेकर आएंगे तथा सामाजिक दूरी बनाये रखने में पर्याप्त सहयोग देंगे।
विधानसभा सचिव के पत्र में बताया गया है कि यदि कोई सदस्य कोरोना संक्रमित हो या कोरोना संदिग्ध हो तो वे विधानसभा नहीं आएंगे।
वे विधानसभा कार्य संचालन नियमावली के नियमों के तहत किन्ही अन्य सदस्य को अपने विधायी कार्यों के लिए प्राधिकृत करते हुए इसकी सूचना सभा सचिवालय को 24 घंटे पूर्व में दे देंगे।
सदन के अंदन कार्य करने वाले पदाधिकारी और कर्मचारी भी 72 घंटे पूर्व कोरोना जांच करा लेंगे। वहीं, सभा परिसर में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित रहेगा।
साथ ही मीडियाकर्मियों को भी 72 घंटे पूर्व के कोरोना जांच प्रमाण के साथ विधानसभा परिसर में आने का निर्देश दिया गया है।
विधानसभा सचिवालय ने स्वास्थ्य विभाग से भी कहा है कि माननीय सदस्यों, पदाधिकारियों और कर्मचारियों की कोविड जांच की समुचित व्यवस्था की जाए।