वॉशिंगटन: अमेरिका में कोविड-19 संक्रमण के मामलों, मौतों और अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में लगातार कमी आ रही है।
यहां अब तक गिरावट को देखना जारी रखा है क्योंकि 8.5 करोड़ कोरोनावायरस वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की शनिवार की रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 संक्रमण कम होने के संकेत यहां 11 जनवरी की से ही दिखने लगे थे।
यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के शुक्रवार के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को यहां 66,481 नए मामले और 1,840 नई मौतें दर्ज हुईं थीं।
यहां संक्रमण के मामलों, मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने का साप्ताहिक औसत जनवरी के दूसरे हफ्ते से ही कम होना शुरू हो गया था।
भले ही देश में कोरोनावायरस संक्रमण से जुड़े आंकड़ों का ग्राफ नीचे आ रहा है लेकिन यहां के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथोनी फौसी ने कहा है, देश में सभी सामान्य गतिविधियों को फिर से सामान्य रूप से शुरू करने से पहले कोरोनोवायरस के मामलों का बेसलेन स्तर नीचे आना जरूरी है।
जब हमने समय से पहले प्रतिबंधों में ढील दी थी, तो कोरोना फिर से तेजी से लौट आया था। निश्चित रूप से हम अब ऐसा नहीं चाहते हैं।
शुक्रवार तक संयुक्त राज्य अमेरिका में 11.4 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज बांट दिए गए थे और इनमें से 8.5 करोड़ डोज लोगों को दिए जा चुके थे।
वहीं कई राज्यों ने कोरोनावायरस वैरिएंट के मामले बढ़ने के बाद भी मास्क की अनिवार्यता खत्म करने का फैसला किया है, जिसकी विशेषज्ञों ने आलोचना की है।
जबकि सीडीसी के अनुसार, गुरुवार तक संयुक्त राज्य अमेरिका में कोरोनावायरस वेरिएंट के 2,753 मामले सामने आ चुके थे। इनमें से 2,672 मामले ब्रिटेन में सामने आए वैरिएंट बी.1.1.7 के हैं। वहीं दक्षिण अफ्रीका में खोजे गए वैरिएंट बी.1.351 के 68 और ब्राजील के पी.1 स्ट्रेन के 13 मामले सामने आए हैं।
वहीं विशेषज्ञ कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क में मिले वैरिएंट्स को लेकर भी चिंतित हैं। कैलिफोर्निया के वैरिएंट को बी.1.427/बी.1.429 के रूप में जाना जाता है, जो इससे पहले मिले वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा आसानी से फैलता है।
वहीं सीडीसी अभी इसे लेकर अध्ययन कर रही है कि क्या यह वैरिएंट गंभीर बीमारी का कारण बनता है या पहले की बीमारियों के लिए किए गए टीकाकरण से इससे भी बचा जा सकता है।