नई दिल्ली: दवा बनाने वाली कंपनी हेटेरो ने कोविड-19 के उपचार की दवा मोवफोर (मोलनुपिरावीर) के तीसरे चरण के परीक्षण के सकारात्मक परिणाम की शनिवार को घोषणा की।
डिजिटल तरीके से 12-16 फरवरी को आयोजित रेट्रोवायरसेस एंड आपर्च्यूनिस्टिक इन्फेक्शंस (सीआरओआई) सम्मेलन में प्रस्तुत किए गए परिणामों ने प्रदर्शित किया है कि मोलनुपिरावीर ने देखभाल के मानक (एसओसी) के साथ अकेले एसओसी की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने के जोखिम को 65 प्रतिशत से अधिक कम कर दिया।
हैदराबाद की दवा कंपनी ने एक बयान में कहा कि एंटीवायरल दवा देने के पांच दिनों के भीतर वायरस से निजात (आरटी-पीसीआर जांच में नकारात्मक परिणाम) और महत्वपूर्ण नैदानिक सुधार देखा गया।
बयान के मुताबिक तीसरे चरण के परीक्षण के तहत अध्ययनों में से एक में कोविड-19 के 1,218 मरीज शामिल थे। अध्ययन में शामिल पात्र रोगियों को लक्षण शुरू होने के पांच दिनों के भीतर पांच दिनों के लिए मोलनुपिरावीर गोली (800 मिलीग्राम रोजना दो बार) दी गई।
हेटेरो ने अप्रैल 2021 में एमएसडी के साथ कोविड-19 के इलाज के लिए मोलनुपिरावीर के निर्माण और वितरण के लिए लाइसेंसिंग समझौता किया था।
इस समझौते के तहत स्थानीय नियामक एजेंसियों द्वारा आपातकालीन उपयोग अनुमति के लिए मंजूरी के बाद हेटेरो को भारत और अन्य निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों (एलएमआईसी) में मोलनुपिरावीर की पहुंच का विस्तार करने की अनुमति दी गई।