बीजिंग: चीन में जीरो टॉलरेंस पॉलिसी को लागू किए जाने के बाद भी कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। इससे स्थानीय स्तर के व्यापार बहुत अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
इंटरनेशनल फोरम फॉर राइट एंड सिक्योरिटी (इफरास) के अनुसार कोरोना के कारण लगाए गए प्रतिबंधों और लॉकडाउन का असर स्थानीय व्यापार और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर बुरी तरह से पड़ रहा है।
इसको लेकर चीन का प्रशासन बहुत अधिक चिंतित है। दक्षिण पश्चिमी सीमा के पास के शहर रुली में पिछले सात महीनों में चार बार लॉकडाउन किया गया।
पूर्व मेयर डाइ रोंगी ने बताया कि इन लॉकडाउन का शहर पर बहुत बुरा असर पड़ा है और इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था बहुत अधिक प्रभावित हुई है।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि उत्पादन और आवश्यक व्यापारों को फिर से पटरी पर लाया जाए, जिससे चरमराई हुई अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट सके।
इफरास के अनुसार इन छोटे शहरों के सीमा व्यापार पर आधारित होने के कारण इन लॉकडाउन से लोंगों का शारीरिक स्वास्थ्य तो ठीक हो सकता है लेकिन आर्थिक स्थिति में दिन प्रतिदिन गिरावट दर्ज हो रही है।