नई दिल्ली: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि को लेकर ऑल इंडिया प्रोटेस्ट एक्शन प्लान बनाया है।
सीपीआईएम के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी ने सोमवार को कहा कि ऑल इंडिया प्रोटेस्ट एक्शन के तहत उनकी पार्टी देशभर में पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने की मांग करते हुए प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर आम जनता से 3.6 लाख करोड़ रुपये वसूल किया गया।
येचुरी ने कहा कि पिछले दोनों हुई पार्टी की केंद्रीय समिति ने पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य वृद्धि की आलोचना की है। इसलिए ये अखिल भारतीय विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया गया है।
समिति ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दैनिक वृद्धि की कड़ी निंदा की, जोकि आम लोगों के लिये केंद्र सरकार का परेशानी भरा निर्णय है। रसोई गैस की कीमतों में भीषण वृद्धि हुई है।
परिवहन की बढ़ती लागत के कारण भोजन, सब्जियां, दूध और दैनिक उपयोग की आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं।
येचुरी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, केंद्रीय कैबिनेट मंत्री लगातार बेतुके दावे कर रहे हैं कि पेट्रोलियम उत्पादों पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी मुफ्त टीकाकरण और मोदी सरकार द्वारा लागू की जा रही, विभिन्न सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं की वजह से हुई। यह बेहहद मजाकिया है।
लोग अत्यधिक कीमत चुका रहे हैं, जबकि टीकाकरण भी मुफ्त नहीं है। इसके लिए लोग खुद अपनी जेब से भुगतान कर रहे हैं।
उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया, कोविड-19 के नाम पर 35,000 करोड़ रुपये के बजटीय आवंटन का क्या हुआ है ?
सरकार ने बजट पहले ही घोषित कर दिया था और फिर सब्सिडी भी नहीं दी गई। इसके लिए जिम्मेदार कौन है?
हालांकि प्रदर्शन की रूपरेखा क्या होगी इसको लेकर सीता राम येचुरी ने कहा ये प्रदेश इकाईयां तय करेंगी। साथ ही अन्य पार्टियों को इस प्रदर्शन में शामिल किया जायेगा या नहीं ये भी क्षेत्रीय इकाई ही तय करेगी।