पटना: बिहार के विपक्षी महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले सीट बंटवारे व मुख्यमंत्री चेहरा से लेकर अबतक इसकी एकता सवालों के घेरे में आती रही है।
ताजा मामला नए कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन का है। किसानों के समर्थन में हुए भारत बंद तथा इसके बाद सीन से गायब राष्ट्रीय जनता दल के नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन तो घेर ही रहा है, अब महागठबंधन में राजद के सहयागी दल कांग्रेस ने भी इशारों-इशारों में तेजस्वी यादव से सवाल किया है।
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि बिहार में किसानों के नाम पर दिखावटी आंदोलन हो रहा है। यह आन्दोलन हमें हकीकत में नजर आना चाहिए, तकनीक के सहारे उपस्थिति चलने वाली नहीं है।
यदि महागठबंधन के नेता सही में आंदोलन को तेज करना चाहते हैं, तो उन्हें ठोस रणनीति बनाकर इसमें खुद भी शामिल होना होगा। यह दिखावे का वक्त नहीं है।
कांग्रेस विधायक का यह बयान नाम लिए बिना राजद नेता तेजस्वी यादव पर हमला माना जा रहा है। तेजस्वी यादव ने किसानों के लिए आंदोलन की बात कही थी तथा इस मुद्दे पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार तथा राज्य की नीतीश कुमार सरकार पर हमला किया था। इस मुद्दे पर पटना के गांधी मैदान में धरना-प्रदर्शन भी किया गया था।
लेकिन इसके बाद किसानों के भारत बंद में तेजस्वी कहीं नहीं दिखे। इसे लेकर एनडीए ने उनकी लगातार खिंचाई की। अब कांग्रेस नेता ने भी नाम लिए बिना उनके खिलाफ बड़ा व कड़ा बयान दे दिया है।
दिल्ली में रहकर तेजस्वी किसान आंदोलन को दे रहे मजबूती
हालांकि, राजद ने तेजस्वी यादव का बचाव भी किया है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि किसानों की लड़ाई में पार्टी उनके साथ है। किसानों के भारत बंद के दौरान महागठबंधन के सभी घटक दल साथ रहे।
यह जरूरी नहीं कि हर कार्यक्रम में तेजस्वी यादव उपस्थित ही रहें। राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव किसान आंदोलन के केंद्र दिल्ली में रहकर उसे मजबूती दे रहे हैं।
लेकिन कुछ लोग केवल यह दिखा रहे हैं कि तेजस्वी यादव जमीनी आंदोलन से दूर रहते हैं और फिलहाल बिहार से बाहर हैं।