मोहाली: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने गुरुवार को पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली की उनके 100वें टेस्ट से पूर्व सराहना करते हुए कहा कि इस प्रारूप में टीम को अच्छी स्थिति में लाने का पूरा श्रेय उन्हें जाता है।
शुक्रवार से यहां श्रीलंका के खिलाफ शुरू हो रहे पहले टेस्ट के साथ रोहित भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में अपनी पारी का आगाज करेंगे।
टेस्ट कप्तान के रूप में मैच से पहले अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में रोहित ने कहा, ‘‘एक टीम के रूप में हम काफी अच्छी स्थिति में हैं। इस प्रारूप में हम जहां है उसका पूरा श्रेय विराट को जाता है। इतने वर्षों मे उसने टेस्ट टीम के साथ जो किया है वह देखने में शानदार था। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘उसने जहां चीजों को छोड़ा है मुझे वहां से आगे ले जाना होगा। मुझे सही खिलाड़ियों के साथ सही चीजें करनी होंगी।’’
इस समय विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने की भारत की संभावनाएं काफी प्रबल नहीं हैं लेकिन रोहित ने कहा कि टीम सही दिशा में आगे बढ़ रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘टीम अच्छी स्थिति में है। हां हम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप तालिका में बीच में चल रहे हैं लेकिन मुझे नहीं लगता कि पिछले दो या तीन साल में हमने कुछ गलत किया है।’’ रोहित ने जब कोहली की सराहना की तो इसमें आपसी सम्मान भी नजर आया।
उन्होंने कहा, ‘‘उसके लिए सफर शानदार रहा है और पदार्पण करने के बाद लंबा सफर। अब अपना 100वां टेस्ट खेलना शानदार अनुभव है। इस प्रारूप में उसने शानदार प्रदर्शन किया है, टीम जिस तरह आगे बढ़ रही थी उसने उसमे काफी चीजें बदली, इसे देखना शानदार रहा।’’
रोहित ने कहा, ‘‘उसका सफर शानदार रहा है और हम इसे निश्चित तौर पर उसके लिए विशेष बनाना चाहते हैं। हम सभी इसके लिए तैयार हैं और उम्मीद करते हैं कि पांच दिन अच्छा क्रिकेट देखने को मिलेगा।
दर्शक विराट को देखने के लिए मैदान पर आएंगे और यह शानदार है।’’ रोहित की नजर में कोहली के नेतृत्व में सर्वश्रेष्ठ चरण 2018 का आस्ट्रेलिया दौरा रहा जहां भारत ने टेस्ट श्रृंखला 2-1 से जीती।
उन्होंने कहा, ‘‘एक टीम के रूप में हमने 2018 में आस्ट्रेलिया में श्रृंखला जीती। यह बड़ी श्रृंखला थी और विराट हमारा कप्तान था।’’ कोहली के 27 शतक में से रोहित की नजर में उनका सर्वश्रेष्ठ शतक 2013 में दक्षिण अफ्रीका के पहले दौरे पर जड़ा था।
रोहित ने कहा, ‘‘बल्लेबाज के रूप में मुझे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2013 में उसका शतक (जोहानिसबर्ग में) याद है। हम जिस पिच पर खेले थे वह काफी चुनौतीपूर्ण थी और हमें डेल स्टेन, मोर्ने मोर्कल, वर्नन फिलेंडर और जैक कालिस जैसे गेंदबाजों का सामना करना था जो आसान नहीं था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह उछाल भरी पिच थी और हम सभी दक्षिण अफ्रीका में पहली बार टेस्ट क्रिकेट खेल रहे थे। उसने पहली पारी में शतक और दूसरी पारी में 90 के आसपास रन बनाए।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मेरे लिए वह शतक सर्वश्रेष्ठ था। इसके बाद 2018 में पर्थ में लेकिन 2013 का शतक पर्थ के शतक को पछाड़ देता है।’’