पटना: बिहार के श्मशान घाटों का अब कायाकल्प किया जाएगा। राज्य सरकार ऐसे श्मशान घाटों को विकसित करने की तैयारी में है, जहां अंतिम संस्कार करने का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है।
इतना ही नहीं, राज्य सरकार बुजुर्गों के लिए ओल्ड एज होम बनाने की भी तैयारी में है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को नगर विकास एवं आवास विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान ऐसे तमाम बड़े फैसलों पर अपनी मुहर लगाई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को कई निर्देश दिए हैं।
इनमें सबसे महत्वपूर्ण शहरों में रह रहे बेघर गरीब भूमिहीनों के आवासन के लिए बहुमंजिला भवन निर्माण हेतु कार्य योजना बनाकर तेजी से काम करने को कहा गया है।
बता दें कि दो दिन पूर्व मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी शहरों में स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम को विकसित करें, इससे शहरों में जलजमाव की समस्या पैदा नहीं होगी।
साथ ही शहरों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन की समुचित व्यवस्था हो, जिससे शहर विकसित एवं साफ-सुथरा रहे।
समीक्षा बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि ऐसे वृद्ध, जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है।
उनके लिए सभी शहरों में वृद्ध आश्रय स्थल का निर्माण कराया जाए। इसके अलावे दाह संस्कार हेतु सभी जिलों में स्थलों का सर्वे कराने और शवदाह गृह के निर्माण के लिए तेजी से कार्य करने का भी निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है।
राज्य की कुछ जगहों पर परंपरागत, धार्मिक एवं ऐतिहासिक मान्यता के अनुसार अंतिम संस्कार की अवधारणा है, ऐसे घाटों को विकसित किया जाएगा।
बैठक में उप मुख्यमंत्री सह नगर विकास एवं आवास मंत्री तारकिशोर प्रसाद, मुख्य सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव समाज कल्याण अतुल प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव आनंद किशोर, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, बुडको के प्रबंध निदेशक रमन कुमार सहित नगर विकास एवं आवास विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।