नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने आदेश दिए हैं कि ट्रैक्टर रैली के दौरान मचाये गए उत्पात व हिंसा की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी।
उन्होंने एक एसआईटी गठित करने के भी निर्देश दिए हैं, जो हिंसा को लेकर दर्ज एफआईआर की जांच करेगी। क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले को लेकर बैठक कर रहे हैं।
विभिन्न थानों में 25 एफआईआर दर्ज
ट्रैक्टर रैली निकालने के दौरान दिल्ली के विभिन्न इलाकों में आंदोलनकारियों द्वारा हिंसा की घटनाएं की गई थीं। इसे लेकर दिल्ली के विभिन्न थानों में 25 एफआईआर दर्ज की गई हैं।
इस घटना में करीब 400 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। गंभीर मामला होने के चलते दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने पूरे मामले की जांच क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दी है।
क्राइम ब्रांच में उन्होंने एसआईटी का गठन करने के लिए कहा है जो इन सभी मामलों की जांच कर आरोप पत्र दाखिल करेगा। इसके साथ ही आरोपितों की गिरफ्तारी भी करेगा जो हिंसा में शामिल रहे हैं।
फेस रेगोनाइजेशन सिस्टम से होगी पहचान
पिछले साल उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान दिल्ली पुलिस ने फेस रेगोनाइजेशन सिस्टम से आरोपितों की गिरफ्तारी की थी। पुलिस कमिश्नर ने ट्रैक्टर रैली हिंसा मामले में भी साफ किया है कि इसी तकनीक का इस्तेमाल करके आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।
इसके लिए दिल्ली पुलिस ने विभिन्न जगहों से सीसीटीवी फुटेज लिये हैं और साथ ही विभिन्न चैनलों से मिले फुटेज का भी सहारा लिया जा रहा है।