रांची: साहेबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत मामले की जांच की मांग को लेकर लोगों ने रांची के रातू थाना क्षेत्र के कांटी टांड़ में शुक्रवार को प्रदर्शन किया।
स्थानीय लोग और रूपा के परिजन रातू थाना क्षेत्र के कांटी टांड़ में जुटे और न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
साथ ही करीब आधा किलो मीटर का मानव श्रृंखला बनाकर सीबीआई जांच की मांग की।
लोग हाथ में बैनर तख्ती लिए प्रदर्शन कर रहे थे।
परिजनों के अलावा स्थानीय लोग भी इस प्रदर्शन में शामिल होकर जस्टिस फॉर रूपा जैसे नारे लगा रहे थे। प्रदर्शन में आदिवासी छात्र संघ समेत अन्य सामाजिक संगठनों ने हिस्सा लिया।
आदिवासी छात्र संघ के केंद्रीय मीडिया प्रभारी सुमित उरांव ने कहा कि रूपा तिर्की की मौत के मामले में एसपी की ओर से गठित एसआईटी टीम लीपापोती करने के लिए बनाई गई है।
उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इसकी सीबीआई जांच के लिए अनुशंसा करने की मांग दोहराई।
इस मौकेे पर पूर्व जिप सदस्य अमर उरांव, संघ के प्रखंड अध्यक्ष रमेश मुंडा, मुखिया फुल कुमारी देवी , मुकेश भगत सहित कई लोग मौजूद थे।
इस मौकेे पर रूपा के परिवार वालों ने कहा कि उसके साथी पुलिसकर्मी उसकी सफलता को लेकर जलते थे। आए दिन रूपा को टॉर्चर किया करते थे।
रूपा की मां ने कहा कि सोमवार दोपहर करीब तीन बजे रूपा से उसकी बात हुई थी। बातचीत के दौरान उसने बताया था कि उसने जो पानी पीया है वह दवाई जैसा लग रहा है।
मां ने बताया कि उसकी सहकर्मी ह्यूमन ट्रैफिकिंग थाना प्रभारी मनीषा और नगर थाना में पदस्थापित ज्योत्सना रूपा के पदोन्नति से जलते थे।
रूपा के महिला थाना प्रभारी बनने क्वार्टर और गाड़ी मिलने पर दोनों अक्सर उसे टॉर्चर किया करते थे।
वहीं, रूपा की बहन निर्मला तिर्की ने कहा कि कुछ दिन पहले भी मनीषा और ज्योत्सना ने रूपा को लेकर किसी पंकज मिश्रा से मिलवाया था, जहां तीनों ने मिलकर रूपा को काफी प्रताड़ित भी किया था।
हालांकि, किस तरह से उसे प्रताड़ित किया गया था, यह उसने नहीं बताया। उसने कहा कि उसके साथ गलत व्यवहार किया गया था।
उल्लेखनीय है कि रूपा का शव अपने ही आवास के कमरे में पंखे से झूलता हुआ बरामद हुआ था। बीते सोमवार की देर शाम रूपा की आत्महत्या करने की खबर आई थी।