नई दिल्ली: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने अपने कर्मियों के परिवारों के सशक्तिकरण के लिए लखनऊ स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान से करार किया है।
सीआरपीएफ के महानिदेशक डॉ एपी माहेश्वरी और आईआईएम की निदेशक प्रो. अर्चना शुक्ला ने आईआईएम परिसर में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
सीआरपीएफ के प्रवक्ता एम दिनाकरन ने शनिवार को बताया कि इस पायलट परियोजना की रिपोर्ट के अनुसार व्यापक रूपरेखा को मजबूत करने के लिए एक रणनीति तैयार की जाएगी, जिसके तहत प्रतिक्रियाओं का मूल्यांकन और उसके बाद शोध कर आगे का रास्ता सुनिश्चित होगा।
वहीं सीआरपीएफ के महानिदेशक ने इस साझेदारी के लिए आईआईएम लखनऊ का आभार व्यक्त किया और कहा कि इससे न केवल सीआरपीएफ कर्मियों के परिवारों का सशक्तिकरण होगा बल्कि अंततः सुझाए गए उपायों को आत्मसात करने पर बल के योद्धाओं में भी आत्म सबलता आएगी।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस संयुक्त प्रयास के परिणामों से कर्मियों को बड़ी राहत मिलेगी जो राष्ट्र की सेवा के लिए अपने घरों से दूर हैं और अपने परिवारों के बारे में चिंतित रहते हैं।
सीआरपीएफ के साहस और बलिदान को नमन : अर्चना शुक्ला
सीआरपीएफ के साहस और बलिदान को नमन करते हुए प्रोफेसर अर्चना शुक्ला ने कहा कि संस्थान को सीआरपीएफ के साथ इस भागीदारी पर गर्व है। सीआरपीएफ वीरों के लिए अपनी विशेषज्ञता साझा कर राष्ट्र की सेवा करने में उन्हें हर्ष है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि आईआईएम की टीम गहन शोध के बाद सार्थक सुझाव प्रस्तुत करने का प्रयास करेगी। देश का सबसे बड़ा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल सीआरपीएफ निरंतर राष्ट्र की सेवा करते हुए आतंकवाद, उग्रवाद और वामपंथी उग्रवाद जैसी विविध चुनौतियों का सामना पूरी निष्ठा से कर रहा है।
लगातार तैनाती की अप्रत्याशितता और निरंतर विलुप्त होती संयुक्त परिवारों की वैकल्पिक समर्थन प्रणाली के कारण परिवारों से दूर रहने की वजह से होने वाला मानसिक तनाव बढ़ा है।
इससे बल में आत्महत्या जैसी घटनाएं बढ़ी हैं। आईआईएम के साथ इस साझेदारी से बल को विशेषज्ञ शोधकर्ताओं की सलाह प्राप्त होगी जिससे व्यापक सशक्तिकरण योजना तैयार करने में सीआरपीएफ को मदद मिलेगी।