नई दिल्ली: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने शुक्रवार सुबह अपनी 82 वीं वर्षगांठ को उत्साह व उल्लास के साथ मनाया। इस अवसर पर सीआरपीएफ की अकादमी गुरुग्राम में एक शानदार परेड का आयोजन किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने परेड की सलामी ली।
1950 में आज ही के दिन तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सीआरपीएफ अधिनियम लागू होने के बाद सीआरपीएफ को ‘प्रेजिडेंट कलर’ प्रस्तुत किया और बल को नया नाम दिया।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल 1939 में ‘क्राउन रेप्रेसेंटेटिवेस पुलिस’ के रूप में स्थापित किया गया था।
वहीं गृह राज्य मंत्री ने अपने संबोधन में बल कर्मियों और उनके परिवारों को बधाई दी।
उन्होंने सभी शहीदों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और राष्ट्र की एकता, अखंडता, और संप्रभुता को बनाए रखने में उनके अपार और अपूर्व योगदान को नमन किया।
उन्होंने महिला सशक्तिकरण में असाधारण कार्य, कोरोना वारियर्स के रूप में महामारी के खिलाफ लड़ाई में भूमिका, समाज की निःस्वार्थ सेवा के लिए करीब 80 हजार कर्मियों के अंग दान संकल्प, 25 लाख पेड़ लगा प्रकृति योद्धाओं के रूप में योगदान, और दिव्यांग सशक्तिकरण के लिए ‘एनसीडीई’की स्थापना के लिए बल की सराहना की।
बल की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद, उग्रवाद, माओवादी हिंसा, दंगा नियंत्रण, कानून और व्यवस्था, और प्रभावी आपदा प्रबंधन संबंधित आंतरिक चुनौतियों से निपटने में बल का योगदान सीआरपीएफ की संस्कृति में समाहित ‘सेवा और निष्ठा’ की प्रतिबद्धता का स्पष्ट प्रमाण है।
वहीं सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने कहा कि पूरी दृढ़ता और समर्पण के साथ सीआरपीएफ राष्ट्र की सेवा करता रहेगा।
कार्यक्रम में वीरता के लिए पदक वितरण के साथ ही, विभिन्न श्रेणियों में असाधारण उपलब्धियों और कार्यों के लिए बल के संस्थानों को ट्रॉफी भी प्रदान की गयीं।
इस समारोह में सीआरपीएफ स्पोर्ट्स टीम, मल्लखंब टीम, और सीआरपीएफ की महिला डेयरडेविल्स द्वारा मोटर बाइक करतब के आकर्षक प्रदर्शन भी शामिल थे।