नई दिल्ली: यूक्रेन-रूस के बीच पिछले 19 दिनों से जारी युद्ध के बीच राहत देने वाली खबर आई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में नरमी का रूख है। ब्रेंड क्रूड का दाम सोमवार को घटकर 109 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है, जो पिछले दिनों 14 साल के शिखर 139 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था।
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन कच्चे तेल के दाम में करीब चार डॉलर प्रति बैरल तक की गिरावट आई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कारोबार के दौरान ब्रेंट क्रूड 4.12 डॉलर यानी 3.6 फीसदी लुढ़क कर 108.55 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
वहीं, यूएस वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड 3.93 डॉलर यानी 3.7 फीसदी फिसलकर 105.40 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
उल्लेखनीय है कि कच्चे तेल की कीमत यदि एक डॉलर प्रति बैरल बढ़ता है तो भारत में पेट्रोल-डीजल का दाम 50 से 60 पैसे बढ़ जाता है।
दरअसल भारत अपने घरेलू मांग की आपूर्ति के लिए 85 फीसदी कच्चे तेल का आयात करता है। हालांकि, पिछले दिनों ब्रेंड क्रूड 14 साल के उच्चतम स्तर 139 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था।
ऐसे में एक्सपर्ट ने यूक्रेन-रूस संकट की वजह से इसकी कीमत 185 डॉलर प्रति बैरल तक जाने का अनुमान लगाया है, जबकि रूस ने चेताया है कि यदि वह कच्चे तेल की आपूर्ति रोक देगा तो कीमत और बढ़ सकती है।