अहमदाबाद: अरब सागर (Arabian Sea) में बना चक्रवात बिपोर्जॉय (Cyclone Biporjoy) गुजरात (Gujarat) के समुद्र के निकट पहुंचता जा रहा है।
गुरुवार शाम इसके कच्छ जिले के जखौ बंदरगाह (Jakhou Port) के समीप लैंडफॉल (Landfall) की संभावना जताई जा रही है।
फिलहाल यह 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
NDRF समेत सभी बचाव दल मौके पर पहुंचे
चक्रवात अभी द्वारका के समुद्र तट से 210 किमी, नलीया से 210 किमी, पोरबंदर (Porbandar) से 290 किमी और जखौ से सबसे नजदीक 180 किमी की दूरी पर है।
खतरे को देखते हुए राज्य सरकार अपने पूरे दल-बल के साथ मुस्तैद है। राहत और बचाव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
NDRF समेत सभी बचाव दलों को मौके पर पहुंचा दिया गया है।
मांडवी के समुद्र में लहरें 15 से 20 फीट तक उछल रही
मौसम विभाग ने 15 और 16 जून को कच्छ, जामनगर और देवभूमि द्वारका जिले में रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया है।
पवागढ़, सोमनाथ और द्वारका मंदिर 15 जून को बंद रहेगा। Biporjoy चक्रवाती तूफान के कच्छ की ओर आगे बढ़ने के साथ समुद्र अपने रौद्र रूप में आ गया है।
ऊंची उठ रही समुद्री लहरें भयावह मंजर को दर्शा रही है। मांडवी (Mandvi) के समुद्र में लहरें 15 से 20 फीट तक उछल रही हैं।
किसी भी टेलीकॉम नेटवर्क का उपयोग कर सकेंगे
दूसरी ओर चक्रवात के गुजरात में Landfall होने के खतरे को देखे हुए समुद्र किनारे के 0 से 5 और 5 से 10 किमी के अंतराल के 164 गांवों के सरपंचों से मुख्यमंत्री ने डैशबोर्ड (Dashboard) के माध्यम से बातचीत की।
देवभूमि द्वारका, जामनगर, कच्छ और गिर सोमनाथ जिले के समुद्र तटवर्तीय क्षेत्रों के लोगों से लगातार सम्पर्क किया जा रहा है।
इसके अलावा Biporjoy के असर से जिलों में टेलीकॉम नेटवर्क (Telecom Network) टूटने पर लोग किसी भी टेलीकॉम नेटवर्क का उपयोग कर सकेंगे।
दूरसंचार विभाग के गुजरात लाइसेंस सर्विस एरियाज GLSA ने इस संबंध में सभी जरूरी उपाय पहले से कर लिए हैं।
इससे यदि किसी टेलीकॉम ऑपरेटर की सेवा का लोग उपयोग नहीं कर पाएंगे तो उनके पास विकल्प होगा कि वे दूसरे ऑपरेटर की सेवा लें।