हैदराबाद: चक्रवाती तूफान गुलाब का कहर दक्षिण के दोनों तेलुगु भाषाई राज्य में बरपना शुरू हो गया है। दोनों राज्यों में अगले दो दिन तक तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की चेतावनी के बाद राज्य सरकारों ने प्रभावित जिलों के प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
सोमवार को तेलंगाना सरकार के मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने वर्चुअली माध्यम से राज्य के आठ जिलाें के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
उन्होंने बचाव और राहत कार्य चलाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिये है।मौसम विभाग ने चक्रवात के प्रभाव के चलते 27, 28 और 29 सितंबर को भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट घोषित किया है।
स्थानीय प्रशासन ने हैदराबाद के पुराने शहर के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह भी दी है।
राजधानी हैदराबाद में ऑरेंज अलर्ट के बाद कल रात से ही मूसलाधार बारिश हो रही है।
दक्षिण तेलंगाना जिलों में रेड अलर्ट के बाद जिला प्रशासन ने तालाब उनके बांध टूटने के खतराें काे देखते हुए विशेष निगरानी रखने के लिए सिंचाई विभाग को निर्देशित किया गया है।
राज्य में वरंगल, हैदराबाद, आदिलाबाद और निजामाबाद जिलों में एनडीआरएफ दलों की सहायता लेने का सुझाव दिया गया है।
निर्माणाधीन नाले में गिरे इंजीनियर का आज मिला शव
शनिवार को शहर के आईटीओ उद्योग क्षेत्र गचीबोली में कुछ ही दूरी पर स्थित मनी कुंडा में निर्माणाधीन नाले में गिरे सॉफ्टवेयर इंजीनियर रजनीकांत (42) का शव आज बरामद हो गया है।
यह इंजीनियर शनिवार को निर्माणाधीन नाले में गिरकर बह गया। यह गड्ढा नाले की मरम्मत के लिए खोदा गया था लेकिन वहां पर किसी प्रकार की सुरक्षा या सूचनात्मक बोर्ड नहीं लगा था।
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है। पुलिस ने कल भी नाले में गिरे व्यक्ति की खोज शुरू की लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका था।
रविवार देर शाम शिक्षा मंत्री सबिता इंद्रा रेड्डी और सांसद रंजीत रेड्डी ने पीड़ित परिवार के सदस्य से मिले थे। उन्होंने घटना को दुखद बताते हुए लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी आश्वासन दिया है।