चेन्नई: मामल्लापुरम (Mamallapuram) तट पार करने वाला चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) ‘मैंडूस’ (Mandus) गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर कमजोर हो गया है लेकिन इसका शहर और उसके आसपास के इलाकों में काफी असर पड़ा है जिससे कई पेड़ उखड़ गए।
यहां वृहद चेन्नई निगम (Chennai Corporation) समेत विभिन्न निकाय एजेंसी (Agency) गिरे हुए पेड़ों को हटाने में लगी रहीं। शहर में तथा आसपास के इलाकों में बिजली अभी गुल है।
9,000 से अधिक लोगों को रखा गया है राहत केंद्रों में
भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) चेन्नई (Chennai) ने ट्वीट किया, ‘‘चक्रवाती तूफान मैंडूस (जिसका मतलब खजाने की पेटी है) उत्तरी तमिलनाडु तट (Northern Tamil Nadu Coast) पर गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर कमजोर हो गया।
यह 10 दिसंबर को दोपहर तक पश्चिम-उत्तर पश्चिम (West-Northwest) की ओर बढ़ेगा तथा धीरे-धीरे कमजोर होकर दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा।’’
तमिलनाडु (Tamil Nadu) के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने कहा कि उम्मीद के मुताबिक कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि 9,000 से अधिक लोगों को 205 राहत केंद्रों में रखा गया है।
हवाई अड्डे के रनवे को कर दिया गया बंद
चेन्नई पुलिस (Chennai Police) ने बताया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में करीब 100 पेड़ उखड़ गए तथा पांच स्थानों पर बिजली के खंभे गिर गए।
पुलिस ने बताया कि कामराजार सलाई में वाहनों की आवाजाही बहाल कर दी गई है।
चक्रवात के कारण शुक्रवार सुबह छह बजे से आज सुबह छह बजे के बीच कुल 30 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय (International) उड़ानें रद्द की गईं। आज सुबह कुछ देर के लिए हवाई अड्डे (Airport) के रनवे को बंद कर दिया गया।
इसके अलावा, चेन्नई (Chennai) से रवाना होने वाली नौ उड़ानों को रद्द किया गया जबकि यहां आने वाली 21 उड़ानों का मार्ग दूसरे शहरों की ओर परिवर्तित किया गया।