नई दिल्ली: Data Leak को लेकर बड़ा दावा किया जा रहा है। दावा है कि टेलीग्राम बॉट ने CoWIN प्लेटफॉर्म का उपयोग करके वैक्सीन (Vaccine) लेने वाले सभी लोगों के फोन नंबर, आधार नंबर, जन्म तिथि और अन्य प्रमुख जानकारी लीक कर दिए हैं।
यह जानकारी टेलीग्राम प्लेटफॉर्म (Telegram Platform) पर उपलब्ध है। इसका मतलब यह है कि पिछले तीन वर्षों में भारत में कोविड वैक्सीन (Covid Vaccine) लेने वाले हर व्यक्ति को अपनी पर्सनल जानकारी के सार्वजनिक होने का खतरा है।
डाटा लीक को लेकर सरकार की ओर से भी आधिकारिक बयान आ गया है। सरकार का कहना है कि कोविन पोर्टल (Covin Portal) पूरी तरह सुरक्षित है।
ये जानकारी हुई लीक!
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि लीक हुए डाटा में भारतीय नागरिकों की व्यक्तिगत जानकारी जैसे आधार कार्ड औ पैन कार्ड की डिटेल्स और फोन नंबर, जन्म तिथि जैसी जानकारियां शामिल हैं। दावे के अनुसार, यह जानकारियां मैसेजिंग प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर उपलब्ध हो गईं।
टेलीग्राम बॉट, जो संभवत: कुछ दिनों से सक्रिय था और भारत में टीके लेने वाले सभी लोगों की डिटेल्स शेयर कर रहा था को सोमवार सुबह निलंबित कर दिया गया।
हालांकि, निलंबित किए जाने से पहले, बॉट ने भारत में कोविड वैक्सीन (Covid Vaccine) लेने वाले लोगों का जानकारी शेयर की, जब भी उन्हें फोन नंबर के लिए कहा गया।
…तो डाटा लीक में परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी उपलब्ध
प्रॉम्प्टके जवाब में, बॉट ने निम्न जानकारी जैसे नाम, फोन नंबर, आधार नंबर या पासपोर्ट नंबर (अगर पासपोर्ट का इस्तेमाल किया गया था), वोटर आईडी (अगर उपलब्ध है), वैक्सीनेशन का स्थान, जन्म तिथि, (कुछ मामलों में) घर का पता आदि शेयर की।
दिलचस्प बात यह है कि बॉट ने उन सभी लोगों की डिटेल्स पुल (Details Bridge) किया जिन्होंने वैक्सीन लेने के लिए एक खास नंबर का इस्तेमाल किया था।
उदाहरण के लिए, यदि किसी फोन नंबर का इस्तेमाल पूरे परिवार को वैक्सीनेशन रजिस्ट्रेशन (Vaccination Registration) के लिए किया गया था, तो डाटा लीक में परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी उपलब्ध है।
क्या सही में हुआ है डाटा लीक?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय संदिग्ध CoWIN डाटा लीक पर एक विस्तृत रिपोर्ट पर काम कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सूचना की अभी जांच की जा रही है।
बता दें कि CoWIN व्यक्ति की जन्मतिथि या Address जैसी जानकारी नहीं रखता है। हालांकि, टेलीग्राम पर बॉट को सस्पेंड (Suspend Bot On Telegram) करने से पहले कई राजनेताओं और पत्रकारों सहित कई Twitter Users लोगों की पर्सनल जानकारी प्राप्त करने में कामयाब रहे। इन यूजर्स द्वारा पोस्ट किए गए Screenshot इस बात की पुष्टि करते हैं कि डाटा लीक असली है।
सरकार ने डाटा लीक से किया इनकार
डाटा लीक को लेकर सरकार की ओर से भी आधिकारिक बयान आ गया है। सरकार का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) का कोविन पोर्टल डाटा प्राइवेसी (Covin Portal Data Privacy) के लिए सुरक्षा उपायों के साथ पूरी तरह सुरक्षित है।
डाटा लीक (Data Leak) की रिपोर्ट बिना किसी आधार और शरारतपूर्ण प्रकृति की हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने Cert-In से इस मुद्दे को देखने और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।