धनबाद: गणतंत्र दिवस के अवसर पर रणधीर वर्मा स्टेडियम में डीसी उमा शंकर सिंह ने झंडोत्तोलन किया।
आयोजित मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए डीसी ने जिले के सर्वांगीण विकास के लिए स्वास्थ्य, ई समाधान, जेआरडीए, स्वास्थ्य एवं शिक्षा क्षेत्र का विजन प्लान, इंटेलीजेंट ट्रैफिक सिस्टम, स्मार्ट वॉटर मैनेजमेंट सिस्टम समेत विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला।
उपायुक्त ने कहा कि धनबाद में कोरोना संक्रमित मरीजों को बेहतर चिकित्सा प्रदान करने के लिए एक हजार बेड के डेडीकेटेड कोविड-19 होस्पिटल खोले गए।
शहीद निर्मल महतो चिकित्सा महाविद्यालय परिसर के कैथ लैब में तथा सेंट्रल अस्पताल में 30 बैठ के आईसीयू की स्थापना लगभग एक करोड़ रुपए की लागत से की गई, जिससे अति गंभीर कोरोना संक्रमित मरीजों को बेहतर उपचार की सुविधा मिली।
गंभीर मरीजों के उपचार के लिए प्लाजमा थेरेपी मशीन, कोरोना मरीजों को चिन्हित करने के लिए बड़े पैमाने पर आरटी पीसीआर, आरएटी एवं ट्रूनेट से जांच की गई।
जिले में अन्य 10-11 पड़ोसी जिलों के रोगियों की भी जांच की गई।
अब तक धनबाद में 3,71,000 लोगों की कोरोना टेस्ट की गई है। जिसमें 7479 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए।
इसमें से 7313 रोगियों को कोरोना से मुक्त करा दिया गया।
उपायुक्त ने कहा कि कोविड-19 प्रतिरोधी टीकाकरण के लिए जिले के 20,000 से अधिक हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर की प्रविष्टि कोविन पोर्टल पर की जा चुकी है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तोपचांची एवं टुंडी में 16 जनवरी 2021 से वैक्सीनेशन कार्य प्रारंभ किया गया।
उन्होंने कहा कि सूचना के आधार पर ट्रैफिक व्यवस्था के साथ-साथ विधि व्यवस्था की समस्या का भी समाधान त्वरित रूप से किया जा सकेगा।
पेयजल आपूर्ति की समस्या से निजात दिलाने के लिए स्मार्ट वॉटर मैनेजमेंट सिस्टम लागू की जाएगी।
इस योजना से सेंट्रल कंट्रोल रूम से ही सॉफ्टवेयर के माध्यम से पेयजल आपूर्ति से संबंधित सूचना प्राप्त होगी।
जिससे यह पता चलेगा कि किस स्थान पर किस तरह की समस्या है।
सिस्टम के विकसित होने से समय पूर्व जलापूर्ति बाधित होने से संबंधित समस्या का समाधान हो सकेगा।