पटना: बिहार के दरभंगा जिले में 10 फरवरी को जिंदा जलाई गई आठ महीने की गर्भवती महिला ने मंगलवार को पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में दम तोड़ दिया।
मृतक पिंकी झा अपने परिवार के तीन सदस्यों के साथ उस समय जिंदा जल गई जब एक दर्जन लोगों के एक समूह ने उन पर हमला किया।
हमलावरों ने घर को आंशिक रूप से ध्वस्त कर दिया और फिर पिंकी समेत परिवार के सदस्यों को आग लगा दी।
अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, पिंकी के भाई संजीव झा की हालत गंभीर बनी हुई है और अन्य दो पीड़ितों की हालत स्थिर है।
मुख्य आरोपी शिव कुमार झा फिलहाल फरार है। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पुलिस ने कहा कि घटना का कारण संजय झा और शिव कुमार झा के बीच संपत्ति का विवाद था। पीड़ित पूर्व नगर थाना अंतर्गत जेएम रोड स्थित एक पुराने मकान में अपने परिवार के साथ रह रहे थे।
शिव दरभंगा (सदर) के एसडीपीओ कृष्ण नंदन कुमार ने कहा,कि 10 फरवरी की शाम, शिव कुमार झा पुरुषों के एक समूह के साथ जेसीबी के साथ घर गिराने के लिए वहां पहुंचे। इस पर संजय झा और उनके परिवार ने कड़ी आपत्ति जताई।
यह घटना मोबाइल फोन में कैद हो गई जहां पिंकी सहित चार लोगों पर लोगों को हमला करते और आग लगाते देखा जा सकता है।
पीड़ितों को स्थानीय निवासियों ने बचाया और इलाज के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया। बाद में उन्हें बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया।
एसडीपीओ ने कहा कि हमने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। हमने सिटी थाने के एसएचओ राकेश कुमार सिंह के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू कर दी है।