नई दिल्ली: गुजरात के गांधीनगर में 18 अक्टूबर से शुरू हो रही दुनिया की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी डिफेन्स एक्सपो में (Defense Exhibition Defense Expo) रक्षा मंत्रालय के पहले कार्यक्रम ‘रक्षा के लिए निवेश’ का उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 20 अक्टूबर को करेंगे।
22 अक्टूबर तक चलने वाली यह रक्षा प्रदर्शनी (Defense Exhibition), सशस्त्र बलों की जरूरतों और रक्षा क्षेत्र में सरकार की ओर से किए गए नीतिगत सुधारों को रेखांकित करेगी।
इसका लक्ष्य देश में भारतीय उद्योग के साथ-साथ विदेशी निवेश को बढ़ावा देना है, ताकि ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी उत्पादन किया जा सके।
नेतृत्व के बीच एक पैनल चर्चा होगी
रक्षा मंत्रालय के (Ministry of Defence) मुताबिक जल, थल, वायु और मातृभूमि सुरक्षा प्रणालियों पर केंद्रित रक्षा प्रदर्शनी डिफेन्स एक्सपो में (Defense Exhibition Defense Expo) भारतीय कंपनियों के साथ-साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों और वेंचर कैपिटलिस्टों के अलावा एलएंडटी, अडानी डिफेंस, भारत फोर्ज, साब, एयरबस, लॉकहीड मार्टिन आदि की भागीदारी होगी।
कार्यक्रम में उद्योग जगत के दिग्गजों और रक्षा मंत्रालय व सशस्त्र बलों के नेतृत्व के बीच एक पैनल चर्चा होगी।
इसके बाद एक प्रश्नोत्तरी सत्र होगा, जिसमें प्रतिभागी पैनलिस्टों (Participating panelists) से सवाल पूछ सकते हैं। इसमें बिजनेस टू बिजनेस (B2B) वार्ता होगी, जिसमें डीपीएसयू और विदेशी ओईएम दोनों शामिल हैं।
हाइब्रिड सेमिनार का होगा दुनिया भर में प्रसारण
Five Day Defense Expo में 18-20 अक्टूबर व्यावसायिक दिन होंगे और 21 और 22 अक्टूबर सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए होंगे। यह आयोजन पहली बार चार-स्थल प्रारूप में आयोजित किया जाएगा।
उद्घाटन समारोह और सेमिनार महात्मा मंदिर सम्मेलन (Seminar Mahatma Mandir Conference)और प्रदर्शनी केंद्र में आयोजित किए जाएंगे।
कार्यक्रम के दौरान हाइब्रिड (Online or Offline) प्रारूप में सेमिनार आयोजित किए जाएंगे, इन्हें दुनिया भर में प्रसारित किया जाएगा।
रक्षा और Expo क्षेत्र के Major International और National Expert वक्ता होंगे। इन संगोष्ठियों का विवरण डेफएक्सपो-22 की वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर उपलब्ध है।
स्वचालित प्रौद्योगिकी आदि मुद्दों पर चर्चा होगी
इस दौरान प्रमुख उद्योग संघों, थिंक टैंकों, भारतीय रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाओं, सेवा मुख्यालयों (SHQ), रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO), गुणवत्ता आश्वासन महानिदेशालय (DGQA), नागरिक उड्डयन मंत्रालय और राज्य सरकारों की ओर से भी संगोष्ठियां आयोजित किये जाने की योजना है।
सेमिनार में रक्षा स्टार्ट-अप और एमएसएमई में निर्यात, वित्तपोषण और निवेश, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी निर्माण, रक्षा अनुसंधान एवं विकास में आत्मनिर्भरता, वायु प्रभुत्व के लिए भविष्य की स्वचालित प्रौद्योगिकी आदि मुद्दों पर चर्चा होगी।
एचएएल स्वदेशी उत्पाद प्रदर्शित करने के लिए तैयार
गुजरात के गांधीनगर में 18-22 अक्टूबर तक होने वाले Defense Expo के 12वें संस्करण में अपने स्वदेशी उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए तैयार है।
HAL की भागीदारी तकनीकी उत्कृष्टता और स्वदेशीकरण पहल पर केंद्रित होगी। भारतीय उद्योग के भागीदारों की सक्रिय भागीदारी और बातचीत के लिए HAL-2 में ‘स्वदेशीकरण प्रदर्शनी स्टाल’ होगा, जिसका उद्घाटन 18 अक्टूबर को रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार करेंगे।
इस स्टाल में उन 200 से अधिक आयातित वस्तुओं को प्रदर्शित किया जाएगा, जिनका भारतीय निजी उद्योगों के साथ स्वदेशीकरण (Indigenization) करने की योजना बनाई गई है।