नई दिल्ली : CBI ने आज बड़ी कार्रवाई (Major Action) की है। CBI की टीम ने नौसेना (Navy) के पूर्व कमांडर और डिफेंस जर्नलिस्ट (Defense Journalist) को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर कथित खुफिया जानकारी विदेश में बेचने का आरोप है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इससे पहले DRDO और सेना के बारे में कथित रूप से संवेदनशील जानकारी (Sensitive Information) एकत्र करने और उसे विदेशी खुफिया एजेंसियों के साथ साझा करने के आरोप में एक स्वतंत्र पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
CBI ने 12 स्थानों पर की थी छापेमारी
अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने जयपुर और NCR में विवेक रघुवंशी और उसके करीबी लोगों से जुड़े 12 स्थानों पर छापेमारी की थी।
उन्होंने कहा कि छापे के दौरान कई संवेदनशील दस्तावेज (Sensitive Documents) बरामद किए गए और उन्हें विधिक जांच के लिये भेजा गया है।
संवेदनशील जानकारी जुटाने का आरोप
सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ने भारत और विदेश में रघुवंशी के सहयोगियों के बारे में पता लगाने के लिए एक विस्तृत जांच शुरू की है। CBI ने आरोप लगाया कि वह कथित तौर पर विभिन्न DRDO परियोजनाओं की प्रगति के बारे में संवेदनशील जानकारी और ब्योरेवार विवरण एकत्र कर रहा था।
एजेंसी ने आरोप लगाया कि वह भारतीय सशस्त्र बलों की भविष्य की खरीद योजनाओं के बारे में भी विवरण जुटा रहा था जो देश की रणनीतिक तैयारियों (Strategic Preparedness) पर विपरीत प्रभाव डाल सकती हैं।
मित्र देशों के साथ खराब हो सकते थे द्विपक्षीय संबंध
CBI का आरोप है कि रघुवंशी ने मित्र देशों के साथ भारत की रणनीतिक और कूटनीतिक बातचीत (Strategic and Diplomatic Dialogue) के ब्यौरे के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय संचार सूचनाओं की जानकारी जुटाई थी।
उन्होंने कहा कि अगर ये सूचनाएं सामने आतीं तो इन देशों के साथ भारत (India) के द्विपक्षीय संबंध खराब हो सकते थे।