नई दिल्ली: महामारी की स्थिति के कारण कड़ी पुलिस सुरक्षा को देखते हुए ड्रग सप्लायर विभिन्न माध्यमों से दिल्ली में रास्ता बना रहे हैं।
अंकुश का फायदा उठाते हुए एक गिरोह ने ओडिशा से राष्ट्रीय राजधानी तक के मार्ग में पुलिस को चकमा देते हुए ड्रग्स के लिए अपने वाहन पर चिपकाए गए कोविड सप्लाई एसेंसियल सर्विस के स्टीकर के साथ एक टेंपो का इस्तेमाल किया।
दिल्ली पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 950 किलो गांजा बरामद किया है।
पुलिस ने बताया कि दिल्ली के नांगलोई में 1 जनवरी को चंदन शाह और कृष्ण देव को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया था, जहां निषिद्ध हथियारों से भरे उनके टेंपो को रोक लिया गया और जुर्माना वसूली के साथ गिरफ्तारियां की गईं।
लगातार पूछताछ के दौरान कृष्ण ने खुलासा किया कि वह पहले मजदूर था लेकिन करीब एक साल पहले उसकी मुलाकात ओडिशा के बरहमपुर के रहने वाले मुन्ना से हुई, जिसने उसे नशे की नगद रकम के जरिए आसानी से पैसे कमाने का लालच दिया।
इसके बाद कृष्ण ने अन्य असली सामान की आड़ में मुन्ना से ट्रक में खरीदने के बाद चंदन के साथ गांजा सप्लाई करना शुरू कर दिया।
गांजा इकट्ठा करने के बाद चंदन ने कृष्ण के साथ मिलकर राष्ट्रीय राजधानी में नशीली दवाओं के विक्रेताओं को इसकी आपूर्ति की।
डीसीपी क्राइम ब्रांच भीष्म सिंह ने बताया, चंदन ने कानून लागू करने वाली एजेंसियों को चकमा देने के लिए अपने टेंपो पर कोविड सप्लाई जरूरी सेवा का स्टीकर चिपकाया था।