नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली के मुंडका अग्निकांड(mundka fire) में पुलिस सीसीटीवी एवं वाईफाई राउटर कंपनी के संचालक भाईयों समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। उधर घटना स्थल पर रविवार को भी जांच का काम जारी रहा।
FSL के अलावा एसडीएम पंजाबी बाग सुबह के समय जांच के लिए पहुंची। वहीं डीसीपी समीर शर्मा ने बताया कि फिलहाल मामले में मृतकों की संख्या 27 ही है। जिनमें केवल आठ की ही पहचान हो सकी है।
मृतकों में 21 महिलाएं और छह पुरुष हैं
शनिवार को 20 मृतकों के शवों और उनके परिजनों के डीएनए सैंपल लिये गए थे। बाकी के सैंपल रविवार को इक्ट्ठा कर लिये गए।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पांच से 10 दिन बाद जब डीएनए सैंपल की रिपोर्ट आएगी, उसके बाद ही शवों की पहचान हो पाएगी।
हालांकि एफएसएल टीम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि शनिवार को जांच के दौरान टीम को दूसरी मंजिल पर शवों 45 छोटे-छोटे और कुछ बड़े टुकड़े मिले थे। इनको इकट्ठा कर मोर्चरी(mortuary) भेज दिया गया था।
इसका पता नहीं चल सका था कि यह टुकड़े पहले से मिले शवों के हैं या गायब हुए किसी अन्य के हैं। हालांकि हादसे में 31 लोगों के गायब होने की बात की जा रही है।
माना यह भी जा रहा है कि मरने वालों में कुछ ऐसा भी लोग हो सकते हैं, जिनके अपने दूर रहते हैं, उनको गायब होने वाले अपनों का पता ही नहीं है। यह समय बीतने के साथ ही साफ हो पाएगा कि हादसे में कितने लोगों की जान गई।