नई दिल्ली: झारखंड के एक 13 वर्षीय नाबालिग बच्चे को दिल्ली पुलिस ने उसके परिवार से मिलाने का काम किया है।
दरअसल झारखंड से ट्रेन में सवार होकर नाबालिग दिल्ली पहुंच गया था, लेकिन यहां कोई संपर्क नहीं होने के कारण वह दिल्ली के लाजपत नगर में एक बाल गृह में आ गया।
लापता बच्चों का पता लगाने के अपने अभियान में दिल्ली पुलिस बच्चों के घर पहुंची और उस लड़के को ढूंढ निकाला जिसे लगभग एक सप्ताह पहले वहां भर्ती कराया गया था।
बच्चा शुरू में अपने गृहनगर के बारे में कुछ भी नहीं बता सकता था, सिवाय इसके कि वह झारखंड का था।
बाद में, उसकी काउंसलिंग की गई और पुलिस टीम बच्चे से अधिक जानकारी हासिल करने में सफल रही।
पता चला कि वह झारखंड के खूंटी के कुल्टा गांव से था।
डीसीपी साउथ ईस्ट आर पी मीणा ने कहा, चूंकि उसके पते के बारे में कोई अन्य सुराग उपलब्ध नहीं था, इसलिए गूगल सर्च की मदद ली गई और नाबालिग के गांव को झारखंड में खोजा गया।
तुरंत कुल्टा गांव के प्रधान को कॉल किया गया और मामले की जानकारी दी गई।
प्रधान के माध्यम से एक बड़े पैमाने पर सर्च शुरू किया गया और 14 दिसंबर को लापता बच्चे के परिवार को आखिकार कुल्टा गांव में ढूंढ ही लिया गया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बच्चे के माता-पिता ने लड़के की पहचान की।
पूछताछ में पता चला कि बच्चा एक ट्रेन में सवार हुआ और दिल्ली में उतरा था।