नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुए उपद्रव को लेकर किसान नेताओं से पूछताछ की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इस क्रम में कुछ किसान नेताओं को बुधवार को पुलिस कमिश्नर के ऑफिस से नोटिस जारी किया गया है। ऐसा ही एक नोटिस किसान नेता दर्शन पाल को भी भेजा गया है।
उक्त नोटिस में उनसे पूछा गया है कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों न की जाए? उधर कोतवाली थाने में पंजाब के एक्टिविस्ट लखा सिधाना और दीप सिद्धू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस की तरफ से भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि क्रांतिकारी किसान यूनियन और अन्य संगठनों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकाली थी।
इसके लिए उन्होंने पुलिस को अंडरटेकिंग दी थी कि वह तय नियमों का पालन करेंगे। इसके लिए पुलिस द्वारा दिए गए रूट पर उन्होंने सहमति जताई थी। अंडरटेकिंग में उन्होंने हस्ताक्षर भी किया है।
इसमें साफ लिखा गया था कि यह रैली शांतिपूर्ण तरीके से दोपहर 12 बजे से पांच बजे के बीच निकलेगी। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता इसकी अगुवाई करेंगे।
ट्रैक्टर रैली में केवल पांच हजार ट्रैक्टर शामिल होंगे और किसी के पास कोई हथियार नहीं होगा, लेकिन रैली में तय किये गए सभी नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं।
क्यों न की जाए कानूनी कार्रवाई
उक्त नोटिस के जरिये किसान नेता से पूछा गया है कि मंगलवार को जिस प्रकार से हिंसा हुई है, उसे लेकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों न की जाए। इसे लेकर उनसे जवाब मांगा गया है। जवाब मिलने के बाद उनके खिलाफ आगे की कर्रवाई की जायेगी।