नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने हाल ही में देश के सबसे अच्छे प्रदर्शन करने वाले पुलिस थानों की सूची जारी की है। दिलचस्प बात यह है कि स्मार्ट टॉप कॉप कही जाने वाली दिल्ली पुलिस का नाम इस फेहरिस्त में शामिल नहीं है।
यह सूची संपत्ति के विवाद, महिलाओं के खिलाफ अपराध और समाज के कमजोर वर्गों जैसे मामलों से निपटने के लिए पुलिस थानों द्वारा उठाए गए कदम के आधार पर रैंकिंग की गई है।
इस रैकिंग में मणिपुर के थौबेल जिले के नौंगपोकसेकमई ने पहला स्थान प्राप्त किया है। इस रैकिंग में तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश और गोवा समेत अन्य राज्यों से 10 पुलिस थानों को शामिल किया गया है।
सरकार हर वर्ष देशभर में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले पुलिस थानों का चयन करती है, ताकि पुलिस थानों के अधिक प्रभावी कामकाज को प्रोत्साहित किया जा सके और उनमें स्वस्थ प्रतिस्पर्धा लाई जा सके।
उल्लेखनीय है कि गुजरात के कच्छ में 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक सम्मेलन के दौरान पुलिस महानिदेशकों को संबोधित करते हुए निर्देश दिया था कि फीडबैक के आधार पर पुलिस स्टेशनों की ग्रेडिंग और उनके प्रदर्शन का आकलन करने के लिए मापदंडों को निर्धारित किया जाना चाहिए।
टॉप-10 में ये हैं शामिल
मणिपुर के थौबेल जिले के नौंगपोकसेकमई को पहला स्थान दिया गया है। वहीं तमिलनाडु के सलेम सिटी में सुमंगलम पुलिस स्टेशन को सूची में दूसरा स्थान दिया गया है।
इसी क्रम में अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले के खारसंग पुलिस स्टेशन को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तीसरे स्थान पर रखा गया है। चौथा स्थान छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में झिलिमिली थाने को दिया गया है।
पांचवें नंबर पर गोवा के संगुएम पुलिस स्टेशन का है। वहीं छठा स्थान अंडमान और निकोबार के कालीघाट पुलिस स्टेशन का है। सातवें स्थान पर सिक्किम के पूर्वी जिले के पैकयोंग पुलिस है।
उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद का कंथ पुलिस स्टेशन आठवें नम्बर पर है। वहीं दादरा और नगर हवेली के खानवेल पुलिस स्टेशन का नौंवा स्थान है। तेलंगाना के करीमनगर का जम्मीकुंता टाउन थाना 10वें स्थान पर है।
इस आधार पर किया गया विश्लेषण
टॉप-10 को चयन करने के लिए डेटा विश्लेषण, प्रत्यक्ष अवलोकन और सार्वजनिक प्रतिक्रिया के द्वारा से देश के 16,671 पुलिस स्टेशनों में से शीर्ष 10 पुलिस स्टेशनों को रैंक करना था।
संपत्ति अपराध महिलाओं के खिलाफ अपराध कमजोर वर्गों के खिलाफ अपराध गुमशुदा व्यक्ति, अज्ञात व्यक्ति और अज्ञात मिले शवों के मामलों से निपटने पर उठाए गए कदमों के आधार पर पुलिस स्टेशन की रैकिंग की जाती है।