मतदाताओं की भागीदारी के बिना लोकतंत्र की कल्पना अधूरी: राज्यपाल

Digital News
2 Min Read

रांची: राज्यपाल (Governor) रमेश बैस (Ramesh Bais) ने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National Voter Day) लोकतंत्र (Democracy) में मतदाताओं (Voters) के महत्व को दर्शाता है।

मतदाताओं की भागीदारी के बिना लोकतंत्र की कल्पना अधूरी है। विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के नाते भारत में मतदाताओं को जागरुक करने और चुनावी प्रक्रिया (Electoral Process) में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने में इस दिन का विशेष महत्व है।

बैस बुधवार को आर्यभट्ट सभागार में राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।

मतदाताओं की भागीदारी के बिना लोकतंत्र की कल्पना अधूरी: राज्यपाल Democracy is incomplete without voter's participation: Governor

लोकतंत्र की मजबूती मतदाताओं की सतर्कता एवं जागरूकता पर ही निर्भर है

उन्होंने कहा कि भारत का निर्वाचन आयोग अपने स्थापना काल से ही विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को निरंतर सशक्त बनाने के लिए वचनबद्ध है।

- Advertisement -
sikkim-ad

भारत निर्वाचन आयोग की ओर से इस वर्ष राष्ट्रीय मतदाता दिवस का थीम रखा गया है- ‘वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम’।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती मतदाताओं की सतर्कता एवं जागरूकता पर ही निर्भर है।

मतदाताओं की भागीदारी के बिना लोकतंत्र की कल्पना अधूरी: राज्यपाल Democracy is incomplete without voter's participation: Governor

लोकतंत्र में सिर्फ वोटर बनना ही उपलब्धि नहीं है, मतदाताओं पर बहुत बड़ा दायित्व होता है और मतदाता पहचान पत्र आपको अपने दायित्व का निरंतर बोध कराता है। उन्होंने राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ की सभी को बधाई और शुभकामनायें दी।

मतदाताओं की भागीदारी के बिना लोकतंत्र की कल्पना अधूरी: राज्यपाल Democracy is incomplete without voter's participation: Governor

बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है..

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मतदान करना बहुत ही पवित्र कार्य है। इससे देश और प्रदेश को दिशा मिलती है।

लोग सोचते हैं कि एक वोट नहीं डालने से क्या होगा? यदि प्रत्येक मतदाता यह सोचकर मतदान करने नहीं जाए, तो क्या मतदान हो पायेगा? लेकिन बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है।

मतदाताओं की भागीदारी के बिना लोकतंत्र की कल्पना अधूरी: राज्यपाल Democracy is incomplete without voter's participation: Governor

कुछ लोग समयाभाव के कारण वोट डालने नहीं जाते है, तो कुछ लंबी लाइन देख कर लौट जाते हैं, लेकिन लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमें इस उदासीनता से उबरना होगा और यदि मददाता सूची में नाम नहीं है तो नाम दर्ज कराने का प्रण भी लेना होगा।

Share This Article