नई दिल्ली: कोरोना वायरस के कहर के बीच अब डेंगू ने चिंता बढ़ा दी है। दिल्ली एवं अन्य राज्यों में डेंगू के मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोमवार को समीक्षा बैठक की।
करीब एक घंटे चली बैठक में डेंगू के मामलों की निगरानी के लिए एक्सपर्ट टीम गठित करने का फैसला लिया गया। इस संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए कार्य योजना तैयार करने और स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया गया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री केंद्र और राज्यों के बीच तालमेल की जरूरत पर जोर दिया। मनसुख मंडाविया ने कहा कि कुछ अस्पताल डेंगू के मामलों से भरे हुए हैं, जबकि दूसरे अस्पतालों में बिस्तर खाली हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दिल्ली के अधिकारियों से अनुरोध किया कि वो डेंगू के इलाज के लिए कोरोना बिस्तरों को फिर से तैयार करने की संभावना पर गौर करें। गरीब लोगों के इलाज को सुनिश्चित किया जाए।
इस बैठक में ये निर्णय लिया गया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी डेंगू से निपटने के लिए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करके उस पर तुरंत कार्रवाई करेंगे।
मनसुख मंडाविया को इस मीटिंग में जानकारी दी गयी कि स्कूली बच्चों को लार्वा नियंत्रण के बारे में जागरूक करने और पक्षियों के लिए भोजन के कटोरे, कूलर आदि को सुनिश्चित करने के प्रशिक्षण देने के लिए दिल्ली सरकार का अभियान चलाया जाएगा।गंबुसिया जैसी जैविक लार्विसाइड मछलियों को भी 163 स्थलों पर लगाया गया है।
बता दें कि पिछले हफ्ते जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल दिल्ली में डेंगू के एक हजार से ज्यादा मामले आए हैं। इनमें 280 से अधिक नए मामले पिछले एक हफ्ते में आए हैं।
दिल्ली में इस मौसम में दर्ज किए गए डेंगू के कुल मामलों में से 665 मामले इस महीने 23 अक्टूबर तक दर्ज किए गए। शहर में पिछले दो हफ्तों में मच्छर जनित बीमारी के मामले बढ़े हैं। डेंगू से पहली मौत 18 अक्टूबर को हुई।