नए साल के जश्न में खर्च होने वाले पैसे से किसी जरूरतमंद के बच्चों की स्कूल फीस करें जमा

News Aroma Media
#image_title

जमशेदपुर: कोरोना काल में ज्यादातर लाेगाें के बच्चों की स्कूल फीस बकाया है। अगर हम लाेग नववर्ष के जश्न में खर्च हाेने वाले पैसे किसी जरूरतमंद काे दे दें ताे उनके बच्चाें की फीस जमा हो जाएगी।

यह बातें मौलाना सगीर आलम फैजी ने कही। वह मानगो आजादनगर मदरसा दारूस सलाम में आयोजित “इस्लाहे मुआशरा” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

हाफिज हाजी अब्दुल जब्बार ने कहा कि कुरान में फिजूल खर्ची को शैतान का भाई बताया गया है।

हमें अपने बच्चों को नववर्ष पर प्रलाप से रोकने की जरूरत है। शिक्षाविद् हाजी अशरफ अली ने शहर की सभी मस्जिदों के इमामों से जुमे के दिन इस्लाहे मुआशरा को अपने वक्तव्य का विषय बनाने की अपील की।

बुराई का अहसास करने की जरूरत

अध्यक्षता कर रहे हाजी डाॅ. नूरजमा खान ने कहा कि हमें बुराई का अहसास करने की आवश्यकता है। इसके पूर्व कार्यक्रम का आगाज हाफिज सैफुज्जमां ने कुरान पाठ से किया।

मौलाना बशीर फैजी ने नात प्रस्तुत किया “ईमान की बंटती है खैरात मदीने में, अनवार की होती है बरसात मदीने में”।

कार्यक्रम का संचालन मौलाना सगीर फैजी ने किया।

माैके पर कारी रजाउद्दीन, हाजी वली रेयाज, हलीम एहसानी मौलाना हामिद रजा, हाफिज शरफ़ुद्दीन, इरफान अहमद अंसारी, मोइनुद्दीन, नियाज अहमद, मो.तौफीक, मो. इब्राहिम रिजवी अादि माैजूद थे।

मस्जिदों के इमाम करें अपील

मस्जिदों के इमामों से जुमे के दिन इस्लाहे मुआशरा को अपने वक्तव्य का विषय बनाने की अपील की।

अध्यक्षता कर रहे हाजी डाॅ. नूरजमा खान ने कहा कि हमें बुराई का अहसास करने की आवश्यकता है।

इसके पूर्व कार्यक्रम का आगाज हाफिज सैफुज्जमां ने कुरान पाठ से किया।