चंडीगढ़: पंजाब में सत्ता परिवर्तन के साथ ही बरगाड़ी कांड का मुद्दा फिर से गरमा गया है।
बेअदबी मामलों की जांच कर रही एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रोहतक की सुनारियां जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बेअदबी केस में मुख्य आरोपी के रूप में नामजद कर लिया है।
जिसके बाद अदालत ने राम रहीम को 4 मई को तलब कर लिया है। इस केस की सुनवाई 4 मई को होगी।
एसआईटी की इस कार्रवाई से जेल में बंद डेरा मुखी की मुश्किलें और बढ़ेंगी। विशेष जांच टीम की तरफ से डेरा सिरसा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने के संबंध में दर्ज एफआईआर नंबर 128 और विवादित पोस्टर लगाने के मामले संबंधित दर्ज एफआईआर नंबर 117 में मुख्य आरोपी के तौर पर किया नामजद किया गया है।
डेरा प्रमुख को एसआईटी द्वारा गुरू ग्रंथ साहिब की बीड़ चोरी मामले संबंधित दर्ज एफआईआर नंबर 63 में पहले ही कर नामजद किया जा चुका है।
फरीदकोट अदालत की तरफ से डेरा प्रमुख को 4 मई को सुबह 10 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश होने के आदेश जारी किए गए हैं।
अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि इंस्पेक्टर हरबंस सिंह जो एसआई के सदस्य हैं, ने अदालत में पेश होकर बताया है कि डेरा सिरसा प्रमुख इस समय पर सुनारियां जेल में बंद है इसलिए मुलजिम के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा प्रोडक्शन वारंट जारी किए गए हैं।
एसआईटी ने 27 फरवरी को अपने सप्लीमैंटरी चालान में डेरा सिरसा प्रमुख को मुख्य दोषी के तौर पर नामजद करके कहा है कि बेअदबी की साजिश समेत इन सभी मामलों में जो कुछ भी हुआ, उसकी स्वीकृति डेरा सिरसा मुख्यालय से डेरा प्रमुख देता रहा है।