नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि देश में कोरोना संक्रमण की दर भले ही कम हो गई हो लेकिन इससे वैक्सीनेशन खासकर दूसरे टीके की आवश्यकता कम नहीं होती।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कोरोना टीकाकरण की कम कवरेज वाले जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
इस दौरान उन्होंने कहा, “हर घर पर दस्तक देते समय, पहली डोज के साथ-साथ आप सभी को दूसरी डोज पर भी उतना ही ध्यान देना होगा, क्योंकि संक्रमण की दर कम होने पर कई बार अत्यावश्यकता वाली भावना कम हो जाती है और लोगों को लगने लगता है कि इतनी भी क्या जल्दी है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हर घर पर दस्तक देते समय, पहली डोज के साथ-साथ आप सभी को दूसरी डोज पर भी उतना ही ध्यान देना होगा।
क्योंकि जब भी संक्रमण के केस कम होने लगते हैं, तो कई बार अत्यावश्यक वाली भावना कम हो जाती है। लोगों को लगने लगता है कि, इतनी भी क्या जल्दी है, लगा लेंगे।
आगे उन्होंने कहा कि ‘सबको वैक्सीन, मुफ्त वैक्सीन’ अभियान के तहत हम एक दिन में करीब-करीब ढाई करोड़ वैक्सीन डोज लगाकर दिखा चुके हैं। यह दिखाता है कि हमारी क्षमता और हमारा सामर्थ्य क्या है। समीक्षा बैठक में राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी तक आप सभी ने लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचाने और वहां सुरक्षित टीकाकरण के लिए प्रबंध किए। अब हर घर टीका, घर-घर टीका, इस जज्बे के साथ आपको हर घर पहुंचना है।
अपनी हालिया विदेश यात्रा का जिक्र करते हुये प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले मेरी वेटिकन में पोप फ्रांसिस भी मुलाकात हुई थी। वैक्सीन पर धर्मगुरुओं के संदेश को भी हमें जनता तक पहुंचाने पर विशेष जोर देना होगा।
इसी संदर्भ में आगे उन्होंने कहा कि एक चुनौती अफवाह और लोगों में भ्रम की स्थिति भी है। अभी बातचीत के दौरान भी इसका जिक्र किया गया है। इसका एक बड़ा समाधान है कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए। आप इसमें स्थानीय धर्मगुरुओं की भी अधिक से अधिक मदद ले सकते हैं।