बेंगलुरु: पूर्व प्रधानमंत्री व जनता दल (सेकुलर) के वरिष्ठ नेता एचडी देवेगौड़ा विवादास्पद कृषि कानूनों के मुद्दे पर किसानों के साथ एकजुटता दिखाते हुए शुक्रवार को संसद में राष्ट्रपति के संयुक्त संबोधन के दौरान उपस्थित नहीं हुए।
उल्लेखनीय है कि जनता दल (सेकुलर) ने कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी से विधान परिषद के अध्यक्ष का पद छीनने के लिए भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिलाया है।
देवेगौड़ा ने अपने ट्वीट संदेश में कहा कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की लड़ाई लड़ रहे किसान भाइयों के समर्थन में मैंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श करके आज संसद में राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान उपस्थित नहीं रहने का निर्णय किया।
कांग्रेस व वाम दलों के नेतृत्व में कई विपक्षी पार्टियों और क्षेत्रीय पार्टियों ने गुरुवार को ही इस दौरान सदन से अनुपस्थित रहने का फैसला लिया था।
बहरहाल, विगत वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा संसद में पारित किए जाने के बाद से ही ये कृषि कानून विवाद की वजह बने हुए हैं।
इन कानूनों के विरोध में कई किसान संगठन पिछले दो महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी दौरान, 26 जनवरी को हिंसक प्रदर्शन में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग बुरी तरह घायल हो गए थे।