धनबाद: झारखंड स्टेट कॉउंसिल फ़ॉर चाइल्ड वेलफेयर की उपाध्यक्ष पुष्पा भुवालका ने बुधवार को बरमसिया स्थित बाल सुधार गृह का निरीक्षण किया।
इस दौरान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश बसंत कुमार गोस्वामी, उपायुक्त उमाशंकर सिंह, एसएसपी असीम विक्रांत मिंज भी उपस्थित थे।
पिछले दिनों बाल बंदियों के बीच हुए मारपीट मामले में की जांच की।
ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने तथा बाल सुधार गृह की सुरक्षा व्यवस्था में और ज्यादा बढ़ोत्तरी करने पर व्यापक चर्चा की गई।
बंदियों को आगाह भी किया गया कि फिर से आपस में उलझने की स्थिति में उनपर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बाल सुधार गृह के इंचार्ज पारसनाथ तांती को बर्खास्त कर दया।
कोरोनाकाल में बच्चों की कक्षाएं बंद थी, जिसे अब फिर से छोटे छोटे ग्रुप में गुरुवार से शुरू करने का निर्णय लिया गया।
संप्रेषण गृह के शिक्षक ओम प्रकाश शर्मा और एरिक कंडुलना कक्षाएं संचालित करेंगे।
18 वर्ष से ऊपर के अंडर ट्रायल बंदियों को अन्य जगह शिप्ट करने या फिर बाल सुधार गृह में ही अलग से व्यवस्था करने पर भी चर्चा की गई।
बाल सुधार गृह को दूसरे जगह ले जाने पर भी गंभीर रूप से चर्चा हुई।
बाल कल्याण समिति धनबाद के सदस्य प्रदीप पांडेय ने कहा बाल सुधार गृह में सुरक्षा व्यवस्था की भारी कमी है।
यहां 18 वर्ष से ऊपर के भी बाल बंदी है, जिन्हें यहां से शिफ्ट किया जाना आवश्यक है।
इस संबंध में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश ने आश्वस्त किया है कि 18 वर्ष से ऊपर के बाल बंदियों को मंडल कारा शिफ्ट किया जाएगा।